कैब चालक को पीटने का मामला : 10 हजार की वसूली को लेकर भिड़े थाना प्रभारी और चौकी इंचार्ज

कैब चालक को पीटने का मामला : 10 हजार की वसूली को लेकर भिड़े थाना प्रभारी और चौकी इंचार्ज

कैब चालक को पीटने का मामला : 10 हजार की वसूली को लेकर भिड़े थाना प्रभारी और चौकी इंचार्ज

लखनऊ, 04 अगस्त । राजधानी में कैब चालक सआदत अली सिद्दीकी की कार को छोड़ने की एवज में 10 हजार रुपये की वसूली लेने के मामले में कृष्णानगर थाना प्रभारी महेश दुबे और भोलाखेड़ा चौकी इंचार्ज हरेंद्र यादव आपस में भिड़ गए। मामले में पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर ने विभागीय जांच करने को कहा है।

दरअसल सोशल मीडिया में बीते दिनों एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें केसरी खेड़ा कॉलोनी निवासी आरोपी युवती ने कृष्णानगर चौराहे पर कैब चालक सआदत अली सिद्दकी को मारा-पीटा था। आरोप लगाया कि चालक उसे जाने से मारने की नीयत से कार उस पर चढ़ाये दे रहा था। वहीं, मामले में पहुंची पुलिस ने युवती की शिकायत पर चालक और उसके भाई को पीटा। रात भर थाने के लॉकप में रखा और खाने-पीने को भी नहीं दिया। इसके बाद दोनों का शांतिभंग में चालान कर दिया। आरोप है कि कार को छोड़ने की एवज में पुलिस ने 10 हजार रुपये भी लिए थे। सोशल मीडिया में यह वीडियो वायरल हुआ तो गलती सारी लड़की की निकली। इसके बाद पुलिस ने पीड़ित सआदत अली की ओर से मिली तहरीर पर युवती के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।



इधर 10 हजार रुपये वसूली लेने के मामले में थाना प्रभारी महेश दुबे ने भोलाखेड़ा चौकी इंचार्ज हरेंद्र कुमार यादव सहित चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट बनाकर एसीपी के जरिए पुलिस आयुक्त को भेजी। वहीं, चौकी इंचार्ज हरेंद्र यादव ने थाना प्रभारी पर खुद को फंसाने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने चालक से कोई घूस नहीं ली। बल्कि इंस्पेक्टर के कहने पर कैब को छोड़ा था।

इस मामले में पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर ने कहा कि पुलिसकर्मियों पर लगे आरोपों की रिपोर्ट मिली है, इसमें रात्रि ड्यूटी पर तैनात कुछ पुलिसकर्मियों को दोषी पाया गया है। रिपोर्ट आने पर इन पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच कराकर कार्रवाई की जायेगी।