अतीक को छुड़ाने की थी साजिश, एसटीएफ ने कर दिया नाकाम : प्रशांत कुमार
झांसी एनकाउंटर करने वाली एसटीएफ टीम को विशेष डीजी लॉ एंड आर्डर ने दी बधाई
लखनऊ, 13 अप्रैल। सरकार की अपराध और अपराधियों व माफियाओं पर कार्रवाई की मंशा है। सरकार शुरू से ही जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। अपराधियों की धरपकड़ के लिए एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में प्रदेश के झांसी जनपद में उमेश पाल और दो सुरक्षा कर्मियों के हत्याकांड में शामिल पांच-पांच लाख के इनामी आरोपित असद और गुलाम को उत्तर प्रदेश की स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने मुठभेड़ में मार गिराया है।
यह जानकारी गुरुवार को विशेष पुलिस महानिदेशक, कानून व्यवस्था एवं अपराध प्रशांत कुमार ने पुलिस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता कर दी। इस दौरान एसटीएफ के अपर पुलिस महानिदेशक अमिताभ यश में उपस्थित रहें।
विशेष डीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि 24 फरवरी को प्रयागराज में बड़ी घटना घटित हुई थी। जिसमें महत्वपूर्ण गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी। इस घटना में हमारे दो बहादुर पुलिस कर्मी भी शहीद हो गए थे। इस जघन्य वारदात को अंजाम देने वाले पांच लोगों की पहचान कर ली गई थी। स्थानीय व मुख्यालय शासन स्तर से उन पर इनाम घोषित हुए थे। उन अपराधियों में अरमान, असद, गुड्डू, शाबिर पर पांच-पांच लाख का इनाम था। इनामी आरेापितों की धरपकड़ के लिए यूपी पुलिस ने विशेष टीमों का गठन किया था।
प्रशांत कुमार ने बताया कि आरोपितों की तलाश में लगातार एसटीएफ व सिविल पुलिस की टीमें फॉलो कर रही थी। इस घटना के सम्बंध में पुलिस की टीमें दो महत्वपूर्ण जगहों पर गई थी। इस दौरान साबरमती व बरेली गई टीमों द्वारा जब उमेश पाल हत्याकांड के जेल में बंद आरोपित अतीक और अशरफ को प्रयागराज लाये जाने पर उन्हें छुड़ाए जाने की सूचना मिली। इस इनपुट पर एसटीएफ की टीमों ने इस साजिश को नाकाम करते हुए प्रयागराज हत्याकांड की घटना में शामिल दो इनामी आरोपितों को आज लगभग साढ़े 12 से एक बजे झांसी में घेर लिया। यहां दोनों तरफ से गोलियां चली और एसटीएफ की टीम ने 24 फरवरी को प्रयागराज में जिन आरोपितों को जघन्य अपराध करते हुए सबने देखा था उनमें असद व गुलाम को मुठभेड़ में मार गिराया।
आरोपियों के पास से अत्याधुनिक हथियार ब्रिटिश बुलडॉग रिवॉल्वर व पिस्टल बरामद हुए हैं। अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और गुलाम का एनकाउंटर करने वाली एसटीएफ की टीम में कुल 12 सदस्य शामिल थे। टीम में दो डिप्टी एसपी, दो कमांडो, दो इंस्पेक्टर, एक एसआई और पांच हेड कॉन्स्टेबल शामिल थे।
विशेष डीजी लॉ एंड आर्डर ने कहा कि आगे भी अपराध व अपराधियों के प्रति अनुपालन में हमारी एसटीएफ, एटीएस व सिविल पुलिस ऐसी ही कार्यवाही करती रहेगी। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से एसटीएफ की टीम में शामिल सभी साथियों के कठिन परिस्थितियों में एक अच्छे ऑपरेशन को अंजाम दिए जाने पर धन्यवाद दिया।