महाकुम्भ में सेवा व समरसता का भाव सर्वत्र दिखाई दे रहा:मिलिंद परांडे

महाकुम्भ में सेवा व समरसता का भाव सर्वत्र दिखाई दे रहा:मिलिंद परांडे

महाकुम्भ में सेवा व समरसता का भाव सर्वत्र दिखाई दे रहा:मिलिंद परांडे

महाकुंभ मानवता का सबसे बड़ा एकत्रीकरण: विहिप

महाकुम्भनगर,01 फरवरी (हि.स.)। विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय संगठन महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि महाकुम्भ सम्पूर्ण विश्व में मानवता का सबसे बड़ा एकत्रीकरण है। वह भी हिन्दू समाज का एकत्रीकरण है यह हमारे लिए और ही आनंद की बात है। अनादिकाल से बिना बुलाये पूज्य संत और श्रद्धालु यहां आते हैं।

मिलिंद परांडे ने हिन्दुस्थान समाचार से कहा कि महाकुम्भ में सर्वत्र सेवा व समरसता का भाव दिखाई दे रहा है।

पूज्य संतों का आध्यात्मिक व सामाजिक विषयों पर मार्गदर्शन व गंगा जी का स्नान इन दो विषयों को लेकर लोग यहां आते हैं। हिन्दू धर्म की यह महिमा है कि कोई किसी की जाति नहीं पूछता। आज करोड़ों लोगों का एकत्र भोजन हो रहा है। कौन किसको भोजन करा रहा है। कौन किसके हाथ से खा रहा है। कोई नहीं पूछता। इतना समरसता का भाव यहां दिखाई दे रहा है।

विहिप संगठन मंत्री ने कहा कि महाकुम्भ में नेत्र कुंभ में नेत्रों की जांच हो रही है। दंत कुंभ में दन्त परीक्षण हो रहा है। वहीं संतों व सामाजिक संगठनों की ओर से अनेकों प्रकार के सेवा के कार्य हो रहे हैं। वहीं प्रयागराज की जनता ने भी श्रद्धालुओं के लिए अपने दरवाजे खोल दिये हैं इसके लिए वह बधाई के पात्र हैं।

संस्कृत से जुड़े विषयों पर संगोष्ठी व सम्मेलन

महाकुम्भ मेला क्षेत्र के सेक्टर 18 में विश्व हिन्दू परिषद के शिविर में शनिवार से 05 फरवरी तक संस्कृत आयाम संगोष्ठी व सम्मेलन होगा। विहिप द्वारा संचालित वेद विद्यालयों के आचार्य व विद्यार्थी भी शामिल होंगे।