मंडलायुक्त ने कुम्भ 2025 के कार्यों की बिंदुवार समीक्षा कर दिये निर्देश
मंडलायुक्त ने कुम्भ 2025 के कार्यों की बिंदुवार समीक्षा कर दिये निर्देश
प्रयागराज, 22 जुलाई । मंडलायुक्त संजय गोयल ने त्रिवेणी सभागार में शुक्रवार को कुम्भ 2025 के दृष्टिगत शहर के सौंदर्यीकरण एवं विकास सम्बंधित विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की बिंदुवार समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने सम्बंधित विभागों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया।
सर्वप्रथम नैनी पुल पर फसाद लाइटिंग के जीर्णोद्धार एवं रखरखाव के सम्बंध में प्रयागराज विकास प्राधिकरण एवं नगर निगम को संयुक्त रुप से पुल को प्रकाशित रखने की जिम्मेदारी दी गई। जिसमें ए एम सी की जिम्मेदारी विकास प्राधिकरण तथा मासिक मेंटीनेंस की जिम्मेदारी नगर निगम को दी गई। शहर के सुप्रसिद्ध सुजावन देव मंदिर के जीर्णोद्धार एवं संरक्षण को लेकर उन्होंने डीएम स्तर पर एक बैठक करा कर सभी सम्बंधित समस्याओं का निराकरण करते हुए एक विस्तृत कार्य योजना तैयार करने के भी निर्देश दिए। साथ ही और जिन प्रसिद्ध मंदिरों का जीर्णोद्धार होना है उनकी एक सूची तैयार करके सर्वे कराने के निर्देश दिए गए। जीर्णोद्धार के लिए अभी तक बनाई गई सूची में नागवासुकी, तक्षक तीर्थ, द्वादश माधव, सोमेश्वर महादेव जैसे मंदिर सम्मिलित हैं।
मंडलायुक्त ने अरैल घाट स्थित त्रिवेणी पुष्प, अक्षय वट एवं भरद्वाज आश्रम के आसपास सौंदर्यीकरण के कार्य को आगे बढ़ाने को किए जा रहे कार्यों पर भी चर्चा की। भारद्वाज आश्रम के आसपास के अतिक्रमण को अति शीघ्र हटाते हुए 15 दिन के भीतर एक कार्य योजना तैयार करने, त्रिवेणी पुष्प के जीर्णोद्धार एवं रख-रखाव हेतु कार्य योजना के अनुसार काम को आगे बढ़ाने तथा अक्षयवट पर और अधिक सौंदर्यीकरण करने के लिए आर्मी से समन्वय बैठक करते हुए सिविल कार्य शीघ्र प्रारंभ करने के भी निर्देश दिए गए।
इसके अतिरिक्त मेला क्षेत्र में विकसित किए जाने वाले एस्पिरेशनल टॉयलेट्स के लिए भूमि चिन्हित कर अगले एक माह के भीतर कार्य शुरू करने के निर्देश दिए गए। साथ ही म्योहॉल के संरक्षण तथा मेन बिल्डिंग के पीछे एक नया कॉम्प्लेक्स विकसित किए जाने के सम्बंध में पहले की गई चर्चा के क्रम में एक कार्ययोजना बनाकर दोनों ही कार्यों को शीघ्र शुरू करने के भी निर्देश दिए गए।