महाकुम्भ 2025 : मेला क्षेत्र 3200 से बढ़कर हुआ 4000 हेक्टेयर
पार्किंग 1800 हेक्टेयर में, 1000 शटल बस चलाने एवं 2000 टेंट सिटी होंगे विकसित
प्रयागराज, 23 सितम्बर । महाकुंभ 2025 के दौरान प्रयागराज की ट्रैफिक व्यवस्था में आने वाले श्रद्धालुओं के आवागमन को सुगम बनाने के दृष्टिगत आज अपर पुलिस महानिदेशक भानु भास्कर की अध्यक्षता में ट्रैफिक एडवाइजरी कमेटी की प्रथम बैठक हुई। मेला अधिकारी, महाकुंभ विजय किरन आनंद ने कुंभ 2019 के अनुभवों को साझा करते हुए महाकुंभ 2025 के लिए एक कार्य योजना प्रस्तुत की। जिसमें पिछले महाकुंभ से डेढ़ गुना भीड़ के आने की अपेक्षा करते हुए अवगत कराया कि पार्किंग एरिया को 1200 हेक्टेयर से बढ़कर 1800 हेक्टेयर किया जा रहा है। मेला क्षेत्र को भी 3200 हेक्टेयर से बढ़ाकर 4000 हेक्टेयर किया जाएगा।
मंडलायुक्त कार्यालय स्थित गांधी सभागार में शनिवार को हुई बैठक में बताया गया कि भारी श्रद्धालुओं के आगमन के दृष्टिगत एवं ट्रैफिक व्यवस्था के बेहतर प्रबन्ध हेतु आईसीसीसी के कार्यों में भी विस्तार किया जा रहा है। इसमें अस्थायी सर्विलास सिस्टम के अन्तर्गत 676 सीसीटीवी कैमरा (पीटीजेड एवं फिक्स) 12 एएनपीआर कैमरा तथा आर्टिफिशियल इन्टेलीजेंस (एआई) बेस्ड उत्कृष्ट भीड प्रबन्धन प्रणाली का प्रयोग किया जाएगा। पार्किंग मैनेजमेंट सिस्टम के अन्तर्गत 120 अस्थाई पार्किंग स्थलों को विकसित किया जा रहा है, जिसमें लगभग 720 सीसीटीवी कैमरा तथा एआई बेस्ड वाहन गिनने की व्यवस्था भी होगी।
विभिन्न स्थलों पर 40 वीएमडी स्क्रीन्स (जिनके माध्यम से इमेज एवं वीडियो मैसेज प्रसारित किये जा सकेंगे), बस स्टेशन एवं रेलवे स्टेशनों पर 126 सीसीटीवी कैमरा, काल सेन्टर की क्षमता को 20 से बढ़ाकर 40 करने, मेला क्षेत्र का गूगल मैप से इन्टीग्रेशन (जिससे कि मेला क्षेत्र के विभिन्न स्थलों को गूगल मैप पर देखा जा सकेगा) तथा 1000 शटल बस चलाने जैसे नये प्रयास भी किए जा रहे हैं। साथ ही इस बार 1300 से बढ़ाकर 2000 टेन्ट की टेन्ट सिटी विकसित करने तथा आईईआरटी के पास एक बडा पार्किंग स्थल भी विकसित करने की योजना है। सिविल एयरपोर्ट की क्षमता वृद्धि भी की जा रही है।
बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक से विभिन्न पार्किंग स्थलों-सेटेलाइट टाउन पर की जा रही व्यवस्थाओं, कैमरों को लगाने हेतु स्थानों के चुनाव, पुलिस ट्रेनिंग एवं वर्क प्लान, मेले में शटल बसों के आवागमन की कार्ययोजना, डायवर्जन, कम्युनिकेशन, फायर सेफ्टी, पेडेस्ट्रियल मूवमेंट तथा अन्य ट्रैफिक- सुरक्षा व्यवस्था संबंधी व्यवस्थाओं पर सहमति हेतु नोडल अफसरों को नामित करने का अनुरोध किया गया।
बैठक में मण्डलायुक्त विजय विश्वास पंत ने श्रद्धालुओं के सुविधा के दृष्टिगत विभिन्न प्रमुख स्थलों पर रूट मैप्स लगाने का सुझाव दिया। फायर सेफ्टी के नोडल चीफ फायर ऑफीसर ने बड़े टेन्ट की 3डी मॉडलिंग कराते हुए आग लगने की दशा में उन बड़े टेंट से कैसे निकला जा सकता है। इसकी जानकारी वीएमडी के माध्यम से उन परिसरों में लगाने तथा सेना का प्रतिनिधित्व कर रहे कर्नल क्यू ने मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था और बेहतर करने के दृष्टिगत ड्रोन के माध्यम से निरन्तर निगरानी करते रहने का सुझाव दिया। पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने बेहतर ट्रैफिक व्यवस्था बनाने के दृष्टिगत पुराने एवं अनुभवी अफसरों से मार्गदर्शन लेने तथा 112 का इन्टीग्रेशन मेला कन्ट्रोल रूम से कराने का सुझाव दिया। अध्यक्षता कर रहे अपर पुलिस महानिदेशक ने महाकुम्भ की सफलता बेहतर ट्रेनिंग, मॉक ड्रिल एवं इन्टीग्रेटेड सूचना को बताया।