भगवान जगन्नाथ ने नंदी घोष रथ पर भक्तों को दिए दर्शन
राजशाही ठाट बाट से निकली भगवान जगन्नाथ की दिव्य रथ यात्रा
प्रयागराज, 07 जुलाई। श्री जगन्नाथजी महोत्सव समिति ट्रस्ट द्वारा अध्यक्ष दुर्गा प्रसाद गुप्ता एवं रथ यात्रा संयोजक बसंत लाल आजाद के नेतृत्व में राजशाही ठाट बाट से भगवान जगन्नाथ की दिव्य रथ यात्रा यात्रा निकाली गई। पूर्व मंत्री गगन दास गुप्ता ने षोडशोपचार विधि विधान से महाप्रभु जगन्नाथ का पूजन-अर्चन किया। तत्पश्चात उन्हें भ्राता बलभद्र एवं बहन सुभद्रा संग नंदी घोष रथ पर रथारूढ़ कर कमल पुष्प, तुलसी पत्र, गंगाजल, मोर पंख, शंख, पंच फल पंच मेवा से अभिषेक एवं 101 दीप ज्योति माला की महाआरती की गई।
रथयात्रा का शुभारम्भ सांसद उज्ज्वल रमण सिंह, महापौर गणेश केसरवानी, किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरि, जयराम गुप्ता, दाऊ दयाल गुप्ता, कुमार नारायण, विजय वैश्य राजेश केसरवानी, अन्नू गुप्ता, सतीश केसरवानी, कार्यक्रम संयोजक त्रिलोकी केसरवानी, कन्हैया लाल गुप्ता, महिला अध्यक्ष पूनम गुप्ता ने नारियल फोड़ और रथ यात्रा की रस्सी खींचकर किया।
रथ यात्रा के सहसंयोजक राजेश केसरवानी ने बताया कि रथ यात्रा की आगवानी में भगवान गणेश, वरुण देव हनुमानजी महाराज, नरसिंह भगवान और पांच पांडव रहे। इसके अलावा ऐरावत हाथी पर इंद्र देवता, कृष्ण बलराम, कृष्ण सुदामा, केरल के कलाकारों द्वारा मुरादाबाद से आए श्रीराम जन्मभूमि राम दरबार की झांकी और राधा कृष्ण की महारास की शानदार झांकी भगवान जगन्नाथ जी का मृदंग दल, काशी का डमरू दल, मुरादाबाद का बैंड बाजा, डीजे बैंड, पाइप बैंड, भक्तों को मंत्रमुग्ध कर रथ यात्रा को सुशोभित कर रही थी।
रथ यात्रा आर्यभवन जीरो रोड से शुरू होकर अपने निर्धारित मार्ग अग्रसेन चौराहा, चमेली बाई धर्मशाला जानसेनगंज, घंटाघर लोकनाथ चौराहा, बहादुरगंज, राम भवन मुट्ठीगंज, हटिया पुलिस बूथ, बांस मंडी, बलुआघाट, कटघर होते हुए काशी राजनगर स्थित प्रयागेश्वर नाथ भगवान जगन्नाथ के धाम में विश्राम ली। रथ यात्रा मार्ग में जगह-जगह भक्तों ने भगवान जगन्नाथ की आरती व दर्शन कर रथ यात्रा का स्वागत किया। रथ यात्रा में प्रमुख रूप से पार्षद नेम यादव, अन्नू गुप्ता, त्रिलोकी केसरवानी, हैप्पी कसेरा, अमर रस्तोगी, कन्हैयालाल गुप्ता, महिला अध्यक्ष पूनम गुप्ता, लता उपाध्याय, सुशील जैन, सुमित केसरवानी, सुनील टंडन, राम प्रकाश, अजय अग्रहरि, हर्षित, राम सजीवन शुक्ला एवं हजारों की संख्या में भक्तगणों ने जयकारा लगाते हुए भगवान जगन्नाथ का रथ खींचा।