पुष्प किस्माें की कृषि प्राेद्याेगिकी किसानाें तक पहुंचने से बढ़ेगी आय : माेनिका गर्ग
पुष्प किस्माें की कृषि प्राेद्याेगिकी किसानाें तक पहुंचने से बढ़ेगी आय : माेनिका गर्ग
लखनऊ, 18 जनवरी (हि.स.)। संस्थान द्वारा दो दिवसीय गुलाब और ग्लैडिओलस प्रदर्शनी का शुभारम्भ वनस्पति उद्यान के केंद्रीय लॉन में किया गया | प्रदर्शनी के उद्घाटन पर उत्तर प्रदेश सरकार की कृषि उत्पादन आयुक्त मोनिका गर्ग मुख्य अतिथि के रूप में माैजूद रहीं। उत्तर प्रदेश सरकार की कृषि उत्पादन आयुक्त और उद्घाटन समारोह की मुख्य अतिथि मोनिका गर्ग ने कहा कि हमने हाल ही में सीएसआईआर-एनबीआरआई के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत उत्तर प्रदेश सरकार का उद्यान और खाद्य प्रसंस्करण विभाग प्रदेश के किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए पुष्प कृषि के क्षेत्र में सीएसआईआर-एनबीआरआई के साथ मिलकर काम करेगा।
उन्होंने उम्मीद जताई कि सीएसआईआर-एनबीआरआई द्वारा विकसित पुष्प किस्मों की कृषि प्रौद्योगिकी के उत्तर प्रदेश के किसानों तक पहुंचने से उनकी आय के लिए और अधिक अवसर पैदा हो सकेंगे। सीएसआईआर-सीमैप, लखनऊ के निदेशक डॉ. पीके त्रिवेदी ने इस तरह के पुष्प प्रदर्शनी के आयोजन के लिए संस्थान के प्रयासों की सराहना की।
उदघाटन समारोह में सीएसआईआर-एनबीआरआई के निदेशक डॉ. एके शासनी ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि संस्थान छह दशकों से अधिक समय से इन पुष्प प्रदर्शनियों का आयोजन कर रहा है। इससे पूर्व प्रदर्शनी के संयोजक डॉ. एस के तिवारी ने बताया कि इस प्रदर्शनी में प्रदर्शकों के लिए 16 ट्राफियों सहित 2 वर्ग व 10 अनुभाग हैं । इस प्रदर्शनी में विभिन्न सरकारी, अर्द्ध सरकारी विभाग, स्वायत्त निकाय, व्यक्तिगत उत्पादक, महिलायें, नर्सरियों के लोग एवं मालियों से विभिन्न वर्गो में प्रतिभागिता हेतु 17 प्रदर्शकों से कुल 205 प्रविष्टियॉं प्राप्त हुईं ।
इसके अलावा, सीएसआईआर-एनबीआरआई द्वारा विकसित विभिन्न हर्बल उत्पादों, सूक्ष्मजैविक प्रौद्योगिकी आदि को जन-मानस हेतु अवलोकनार्थ रखी गयी हैं। प्रदर्शनी में पौधे व पर्यावरण प्रदूषण, बोन्साई पौधों, संकटग्रस्त एवं कैक्टस पौधों आदि पर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं संस्थान में स्थापित ‘पौधे एवं प्रदूषण’ विषयक पर्यावरण संबंधी जानकारी, जागरूकता, क्षमता निर्माण और आजीविका कार्यक्रम केंद्र द्वारा आम जन में पौधों के द्वारा प्रदूषण प्रबंधन हेतु एक जागरूकता कार्नर भी लगाया गया हैं।| इसके साथ साथ ग्लेडियोलस एवं गुलाब की कृषि से संबंधित तकनीकी जानकारी को भी अलग से प्रदर्शित किया जा रहा हैं ।