मिशन 2024 के लिए खेमेबंदी: यूपी में इण्डिया पर भारी रहा एनडीए
उत्तर प्रदेश में इण्डिया गठबंधन की हवा निकालेंगे जयंत चौधरी
लखनऊ,18 जुलाई । मिशन 2024 के लिए पक्ष और विपक्ष के दलों में खेमेबंदी शुरू हो गयी है। विपक्षी दलों की बंगलूरू में हुई बैठक के बाद एनडीए की बैठक पर देशभर की निगाहें लगी थी। नई दिल्ली में मंगलवार को संपन्न एनडीए की बैठक में 38 दलों के नेता सहभागी हुए। इसमें उत्तर प्रदेश के भी तीन प्रमुख सहयोगी दलों के नेता शामिल हुए हैं।
इन तीन सहयोगी दलों में अपना दल एस और निषाद पार्टी पहले से ही भाजपा के साथ है। ओम प्रकाश राजभर की सुभासपा के भाजपा के साथ आ जाने से एनडीए गठबंधन को उत्तर प्रदेश खासकर पूर्वांचल में मजबूती मिली है।
क्योंकि ओम प्रकाश राजभर भाजपा का साथ छोड़कर सपा के पाले में चले गये थे। इसी हप्ते ओम प्रकाश राजभर की केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भेंट हुई थी। भाजपा गठबंधन के साथ बैठक में वह शामिल हुए हैं।
जयंत चौधरी पर टिकी सबकी निगाहें
पूर्वांचल में खासा प्रभाव रखने वाली पार्टी सुभासपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर एनडीए का हिस्सा बनने और सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए दारा सिंह चौहान के बाद अब सबकी निगाहें रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी पर टिकी हैं। जयंत चौधरी बंगलूरू में संपन्न विपक्षी पार्टियों की बैठक में जरूर शामिल हुए हैं लेकिन उनके भाजपा के साथ आने की पूरी संभावनाएं विद्यमान हैं। अगर जयंत चौधरी एनडीए का हिस्सा बनते हैं तो उत्तर प्रदेश में विपक्ष गुट इण्डिया यानि इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इन्क्लूसिव एलायंस की हवा निकल जायेगी। आज भले ही जयंत चौधरी भाजपा के साथ जाने से इन्कार करते हों लेकिन जानकारों का कहना है कि वह आज नहीं तो कल वह भाजपा के साथ ही जायेंगे।
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद ने कहा है कि कांग्रेस के अगुवाई वाले गठबंधन का भविष्य अंधकारमय है। कांग्रेस सहित विपक्षी जानते हैं,2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार केंद्र में सरकार बनाने से भाजपा को नहीं रोंक सकेंगे।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अवनीश त्यागी ने हिन्दुस्थान समाचार से कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा 80 की 80 लोकसभा सीट जीतने की रणनीति पर काम कर रही है। जयंत चौधरी का भाजपा के साथ आने में ही भलाई है। वह भाजपा के साथ ही आयेंगे।