गंगा प्रदर्शनी जनमानस के लिए ज्ञानवर्धक और महत्वपूर्ण : विभानन्द गिरि
गंगा प्रदर्शनी जनमानस के लिए ज्ञानवर्धक और महत्वपूर्ण : विभानन्द गिरि
महाकुम्भ नगर, 25 जनवरी । वर्ष 1981 से लगातार कुम्भ, महाकुम्भ तथा माघ मेला में आयोजित होने वाली गंगा और यमुना जल प्रदूषण निवारण प्रदर्शनी शोध प्रसार प्रकृति संरक्षण एवं पर्यावरण जन जागरण महाभियान का उद्घाटन शनिवार को हुआ।
इस अवसर पर देश की ख्यातिलब्ध साध्वी और श्री शंभू पंचदशनाम आवाहन अखाड़ा प्रयागराज की प्रज्ञा पीठाधीश्वर श्री मां स्वामी विभानंद गिरि महाराज ने कहा कि गंगा प्रदर्शनी अद्भुत और बहुत ही ज्ञानवर्धक है। निश्चय ही सभी भारतीयों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। इसमें पर्यावरण से सम्बन्धित समस्त ज्ञानवर्धक बात बतायी गई है और गंगा और यमुना के उद्गम से लेकर उनके गंगा सागर में विलीन होने तक का बनाया गया माडल बहुत ही आकर्षक है। यह अध्ययनरत छात्रों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।
प्रो दीनानाथ शुक्ल दीन द्वारा प्रारम्भ किया गया यह कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण की दिशा में किसी मील के पत्थर से कम नहीं है। प्रदर्शनी के उद्घाटन से पूर्व कार्यक्रम के निदेशक सचिव व्यवस्थापक डॉ वशिष्ठ नारायण शुक्ल ने मुख्य अतिथि को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।
डॉ वशिष्ठ नारायण शुक्ल ने बताया कि इस प्रदर्शनी को अब तक 80 करोड़ से भी ज्यादा लोगों ने देखा और सराहा है। कार्यक्रम की सह व्यवस्थापिका डॉ वन्दना शुक्ला ने गंगा प्रदर्शनी के आयोजन की रूपरेखा प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन रवि पाण्डेय ने किया। इस अवसर पर शिव शंकर पाण्डेय, अजय शंकर पाण्डेय, मनीष पाण्डेय, मंगल भवन पाण्डेय, शिवशंकर मिश्र आदि लोग उपस्थित रहे।