सीमैट में पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ
आंकड़ों का प्रबन्धन व अनुप्रयोग किसी भी संस्था की बैकबोन : दिनेश सिंह
प्रयागराज, 13 अक्टूबर । राज्य शैक्षिक प्रबन्धन एवं प्रशिक्षण संस्थान (सीमैट), उप्र प्रयागराज में जिला समन्वयकों के प्रशिक्षण के प्रथम चक्र का आज शुभारम्भ हुआ। सीमैट के निदेशक दिनेश सिंह ने कहा कि एम.आई.एस प्रत्येक संगठन का एक बैकबोन होता है। अर्थात् डाटा के माध्यम से हम किसी भी योजना को समुचित एवं सही रूप से क्रियान्वित करने में समर्थ होते हैं।
निदेशक ने डाटा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डाटा एकत्रीकरण में बहुत सारी त्रुटियां प्रारम्भिक स्तर पर देखने को मिलती हैं। प्रारम्भिक स्तर पर ही डाटा की फीडिंग सही एवं त्रुटि रहित हो, यह दायित्व आपका है। इसी के साथ यह भी आवश्यक है कि आप द्वारा संग्रहीत आंकड़ों को विश्लेषित किया जाये व उसकी आख्या जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को प्रस्तुत की जाए । जिसके आधार पर ही किसी भी योजना को लागू करने एवं प्रगति के स्तर को समझा जा सके। यदि आप आंकड़ों को सही रूप से विश्लेषित कर उनकी आख्या बनाते हैं तो जनपद स्तर पर आपकी अलग पहचान बनेगी। उन्होंने प्रशिक्षण की महत्ता को स्पष्ट करते हुए कहा कि इसके माध्यम से इन पाँच दिनों में आपके व्यक्तित्व एवं कौशल का विकास होगा। फलतः आप कम समय में ही अधिक कार्य करने में समर्थ हो सकेंगे।
डॉ. अमित खन्ना ने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि यदि आप अपने व्यवसाय से प्रेम करेंगे तो निश्चित रूप से आप कभी असफल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि पहले आज जैसी सुविधा नहीं हुआ करती थी। जिला समन्वयकों को सम्बोधित करते हुये सिस्टम एनालिस्ट अजीम, राज्य परियोजना कार्यालय, लखनऊ ने कहा कि समय के साथ-साथ यू-डायस की आवश्यकता बढ़ती जा रही है, इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में आप लोगो को यू-डायस से सम्बन्धित विभिन्न बारीकियों से परिचित कराया जायेगा। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आपके कार्य को गति देने में सहायक सिद्ध होगा।
कार्यक्रम समन्वयक प्रभात कुमार मिश्र, प्रशिक्षण अधिकारी ने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 एवं नवीन पाठ्यचर्या में निहित जिला समन्वयकों से सम्बंधित विभिन्न कार्य एवं दायित्व पर चर्चा होगी। साथ ही एन.आई.सी, नई दिल्ली के सन्दर्भदाता द्वारा यू-डायस के विभिन्न पहलुओं से आपको अवगत कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि आपको कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन के विभिन्न पहलुओं से भी अवगत कराया जायेगा। इसके अतिरिक्त निपुण लक्ष्य, विभिन्न पोर्टल, कार्यालय प्रबन्धन एवं दस्तावेजीकरण तथ वित्त सम्बंधी जेम पोर्टल, पी.एफ.एम.एस. आदि पर भी जानकारी दी जायेगी। कार्यक्रम समन्वयक ने बताया कि इस पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम (13-17 अक्टूबर) में प्रदेश के समस्त जनपदों से जिला समन्वयक प्रतिभाग कर रहे हैं। इस अवसर पर बीआर आबिदी, डॉ.अरविन्द कुमार श्रीवास्तव एवं विप्लव प्रताप सिंह उपस्थित थे।