भाषा विश्वविद्यालय को मिली बीए-एलएलबी और एलएलबी की मंजूरी
भाषा विश्वविद्यालय को मिली बीए-एलएलबी और एलएलबी की मंजूरी
लखनऊ,08 अगस्त (हि.स.)। राजधानी स्थित ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय को पांच वर्षीय बीए-एलएलबी और तीन वर्ष एलएलबी के संचालन की अनुमति, बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा प्रदान कर दी गई है। भाषा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एन.बी. सिंह ने इसके लिए विश्वविद्यालय परिवार को बधाई दी।
लीगल स्टडीज के संकाय अध्यक्ष प्रो. मसूद आलम ने बताया कि निरंतर कई वर्षों से बीए-एलएलबी और एलएलबी की मांग प्रवेश के इच्छुक अभ्यर्थियों द्वारा की जा रही थी । बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने इसकी अनुमति प्रदान की है।
प्रो. आलम ने बताया कि बीए-एलएलबी पांच वर्षीय कोर्स और एलएलबी तीन वर्षीय कोर्स भाषा विश्वविद्यालय में संचालित किए जा रहे हैं। इच्छुक अभ्यर्थी प्रवेश पोर्टल पर जाकरअपना पंजीकरण करवा सकते हैं। बीए-एलएलबी के लिए किसी भी विषय में इंटरमीडिएट उत्तीर्ण होना चाहिए, जिसमें सामान्य वर्ग के लिए 45 प्रतिशत, अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 42 प्रतिशत व अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के लिए 40 प्रतिशत का पात्रता मानदंड रखा गया है।
वहीं एलएलबी के लिए किसी भी विषय से स्नातक जिसमें सामान्य वर्ग के लिए 45 प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 42 प्रतिशत व अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के लिए 40 प्रतिशत अंकों का पात्रता मानदंड अवश्यक है। प्रवेश समन्वयक प्रो. सैय्यद हैदर अली ने बताया कि अभ्यर्थियों को सूचित किया जाता कि प्रवेश के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 16 अगस्त है।