जब उप्र विधान सभा में गूंजा, राजनीति के 'राम' हैं मुख्यमंत्री 'योगी'

जब उप्र विधान सभा में गूंजा, राजनीति के 'राम' हैं मुख्यमंत्री 'योगी'

जब उप्र विधान सभा में गूंजा, राजनीति के 'राम' हैं मुख्यमंत्री 'योगी'

लखनऊ, 18 अगस्त। उत्तर प्रदेश विधान सभा के मानसून सत्र में बुधवार को वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तुलना भगवान श्रीराम से कर दी।

सदन में अनुपूरक बजट प्रस्तुत करने के बाद जब वित्त मंत्री के प्रस्तुतीकरण पर नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने सवाल उठाया तो सुरेश खन्ना ने कहा, ‘मुख्यमंत्री योगी तो राजनीति के राम हैं। ये आसुरी शक्तियों को पराजित करने के लिए यहां बैठे हैं।’

इस पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि योगी आदित्यनाथ राजनीति के राम नहीं, बल्कि एक पीठ के संत हैं।

इसके पहले वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने विधान सभा में 7,301 करोड़ रुपए का अनुपूरक बजट प्रस्तुत किया। उनके बजट पेश करने के बाद नेता प्रतिपक्ष ने बजट प्रस्तुतीकरण पर सवाल उठाते हुए कहा कि संसदीय परंपरा में अनुपूरक बजट केवल प्रस्तुत किया जाता है लेकिन वित्त मंत्री ने पूरा भाषण दे डाला और इस दौरान उन्होंने योगी सरकार की उपलब्धियां भी गिना डाली।

नेता प्रतिपक्ष का कहना था कि अनुपूरक बजट पर चर्चा के लिए पहले से ही गुरुवार का समय निर्धारित है। ऐसे में बजट प्रस्तुतीकरण के समय ही बजट पर बोलना संसदीय परंपरा का उल्लंघन है।

इसके बाद वित्त मंत्री सुरेश खन्ना जो संसदीय कार्य मंत्री भी हैं, उन्होंने मुख्यमंत्री योगी को राजनीति का राम कहा। संसदीय कार्य मंत्री और नेता प्रतिपक्ष की यह नोकझोंक आज सदन के अंदर और बाहर चर्चा का प्रमुख केंद्र रहा। सोशल मीडिया पर भी ‘योगी हैं राजनीति के राम’ दिन भर छाया रहा।