भाजपा को लोहे के चने चबाने पड़ेंगे : अखिलेश यादव

भाजपा को लोहे के चने चबाने पड़ेंगे : अखिलेश यादव

भाजपा को लोहे के चने चबाने पड़ेंगे : अखिलेश यादव

प्रयागराज, 22 फरवरी । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को प्रयागराज के करछना में जनसभा को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा, ‘झूठ बोलने वाले बीजेपी के लोग आज फिर आपके बीच वोट मांगने आए हैं, लेकिन जनता का सपा के प्रति समर्थन बता रहा है कि भाजपा को लोहे के चने चबाने पड़ जाएंगे।

प्रयागराज के करछना विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी उज्ज्वल रमण सिंह के समर्थन में आयोजित जनसभा को सम्बोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि यहां पहुंच कर दिख रहा है कि हर तरफ समाजवादी हवा चल रही है। मंच के चारों तरफ सपा ही सपा दिखाई दे रही है। ये जोश जो नौजवानों का दिखाई दे रहा है, तो निश्चित रूप से 2022 में समाजवादी सरकार बनने जा रही है। आज तारीख 22 है और 22 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी।

अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे बाबा की भाषा आपने सुनी होगी। ये कुंभ की धरती है। यहां दुनिया भर के साधु-संत आते हैं और हमारे बाबा कह रहे हैं कि हम गर्मी निकाल देंगे। आपने सुना होगा कि अभी एक और उद्योगपति 28 बैंकों का हजारों करोड़ लेकर भाग गया। गरीब अगर पैसा ना दे पाए तो बैंक उसे परेशान करते हैं, जो अभी भागा वो कहां का है? अखिलेश यादव ने कहा कि इस चुनाव में इन झूठे लोगों को जनता माफ नहीं करेगी, बल्कि साफ कर देगी। सपा नेता बोले, बाबा मुख्यमंत्री का नया नाम पड़ गया है। एक अंग्रेजी अखबार ने उनका नाम बाबा बुलडोजर रख दिया है। बाबा गर्मी निकालने की बात कहते हैं, इस चुनाव में जनता उनका भाप निकाल देगी। ये शिलान्यास करने वाले बाबा मुख्यमंत्री हैं।

सपा मुखिया ने कहा कि, भाजपा सरकार में 69 हजार शिक्षक भर्ती में जो घोटाला हुआ है, इस घोटाले में हम पीड़ितों को न्याय दिलाएंगे। महिला शिक्षकों को उनके गृह जनपद में ही पोस्टिंग देंगे। महिलाओं को सरकारी नौकरी में 33 प्रतिशत आरक्षण सपा सरकार देगी। जनजातीय लोगों को सामाजिक और आर्थिक लाभ देंगे। उनको समाजवादी पेंशन से जोड़ेंगे। जनसभा में उमड़ी भीड़ को देखकर अखिलेश ने कहा कि जितना समर्थन मुझे यहां मिलता दिखाई दे रहा है, मैं यह कह सकता हूं कि 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार आ रही है।

इस दौरान मंच पर अखिलेश यादव से हाथ मिलाने और सेल्फी लेने को लेकर भगदड़ मच गई। सपा के कार्यकर्ता एक-दूसरे के ऊपर गिर पड़े। इससे भगदड़ मच गई और पुलिस को हलका बल प्रयोग करना पड़ा।