अखिलेश को न नींद आयेगी न सपना : केशव प्रसाद मौर्य
उपमुख्यमंत्री ने कहा बीजेपी की लहर, रुझान बीजेपी के पक्ष में
लखनऊ। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग के बाद अपने बयान में कहा कि मतदाताओं ने लोकतंत्र के महापर्व पर खूब बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। मतदाताओं का उत्साह बताता है कि इस बार भी भाजपा को पिछले चुनाव की भांति ही अप्रत्याशित सफलता मिलने जा रही है।
उन्होंने जनता जनार्दन का आभार प्रकट करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया। कहा कि जनता ने भाजपा के सुशासन और कानून के राज वाली सरकार के लिए अपना अमूल्य वोट दिया है। दंगागर्दी, गुंडागर्दी, पलायन पर पूरी तरह रोक लगाने के लिए किए गए काम को लेकर अपना वोट दिया है। हम उनकी उम्मीदों पर फिर से खरे उतरेंगे। उन्होंने कहा, ‘जहां तक पहले चरण में मतदाताओं के रुझान की बात है तो बीजेपी फिर से 2017 दोहराने जा रही है। हम 50 से 54 सीटें जीतने जा रहे हैं। बीजेपी का मुकाबला किसी भी दल से नहीं है सपा, बसपा और कांग्रेस के बीच दूसरे नंबर की लड़ाई है।
सपा प्रमुख को नींद आयेगी न सपना
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने बड़ी ईमानदारी और दमदारी से अपना संकल्प पत्र जनता के सामने रखा था। आज के रुझानों से साफ है कि जनता को बीजेपी के संकल्पों पर भरोसा है। उसे सपा के झूठे वचनों और कांग्रेस के ढकोसलों से कोई वास्ता नहीं है। आज की रात अखिलेश यादव जी को नींद और सपना दोनों ही नहीं आने वाला है। उनको करारी हार का अंदाजा हो गया है। इसलिए जनता को डराने धमकाने के लिए अब अपने सहयोगियों के माध्यम से माफिया और दंगाई को टिकट दे रहे हैं। जनता इनके गुंडाराज की वापसी बिलकुल होने नहीं देगी। काशी से कैराना तक बीजेपी की लहर है इसके आगे अब किसी को जनता मौका देने वाली नहीं है
सपा, बसपा और कांग्रेस का सूपड़ा साफ
उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार ने गांव, गरीब, किसान, नौजवान, महिला, बुजुर्ग सबको स्वाभिमान, सम्मान के साथ जीवन का अवसर दिया है। 5 साल में बीजेपी की सरकार ने सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के मंत्र को लेकर आगे बढ़े हैं। जनता का रुझान बीजेपी के पक्ष में है। आने वाले अन्य चरणों में बीजेपी की लहर स्पष्ट रूप से दिखाई देगी। सपा मुखिया ने आज हार ही मान ली, उन्होंने तो नेताओं को टीवी पर बयान देने से भी रुकवा दिया है। हार का डर उनके दूसरे सहयोगी पर इस कदर था कि वो वोट डालने ही नहीं गया। कांग्रेस को कोई पूछ ही नहीं रहा। सपा, बसपा और कांग्रेस का सूपड़ा साफ है।