'कुम्भ' के बाद अब महाकुम्भ में जन्मी 'गंगा'
'कुम्भ' के बाद अब महाकुम्भ में जन्मी 'गंगा'
--महाकुम्भ के परेड स्थित सेंट्रल हॉस्पिटल में पहली कन्या ने लिया जन्म--एक दिन पहले ही कौशाम्बी निवासी महिला को हुई थी पुत्र रत्न की प्राप्ति
महाकुम्भनगर, 30 दिसम्बर(हि.स.)। महाकुम्भनगर के सेंट्रल हॉस्पिटल में नोडल चिकित्सा स्थापना डॉ गौरव दुबे ने बताया कि सेंट्रल हॉस्पिटल में सोमवार को पहली कन्या ने जन्म लिया है। डॉ गौरव के साथ डॉ प्रमिला और डॉ पोंशी की टीम ने अपराह्न 12 बजकर 08 मिनट पर कन्या की सकुशल डिलीवरी सम्पन्न कराई। उन्होंने बताया कि बांदा जिले की निवासी शिवकुमारी और राजेल महाकुम्भ में जन्मी कन्या को मां गंगा का आशीर्वाद मान रहे हैं। इसी वजह से कन्या का नाम भी 'गंगा' रखा गया है।
डॉक्टर गौरव दुबे के अनुसार कन्या का वजन 2.8 किलो नापा गया है। उन्होंने बताया कि जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं और अस्पताल में दोनों की अच्छे से देखभाल की जा रही है। इससे पहले, रविवार सायं अस्पताल में बालक का भी जन्म हुआ था जो महाकुम्भ में पहली डिलीवरी थी।
--रविवार को हुई थी पहली डिलीवरी
उन्होंने बताया कि रविवार को कौशाम्बी निवासी 20 वर्षीय महिला सोनम को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई थी। सेंट्रल हॉस्पिटल में डॉक्टर गौरव के नेतृत्व में डॉक्टर नूपुर और डॉक्टर वर्तिका ने यह डिलीवरी सम्पन्न कराई थी। मां और बेटा पूरी तरह स्वस्थ हैं। रविवार को 20 वर्षीय सोनम अपने पति राजा के साथ यहां पहुंची थी। यह परिवार महाकुम्भ मेला क्षेत्र में काम की तलाश में आया है। सोनम को अस्पताल लाए जाने पर तेज प्रसव पीड़ा हो रही थी। महिला डॉक्टरों ने परीक्षण किया और उसे भर्ती कर लिया।
--सेंट्रल अस्पताल में लेबर रूम से लेकर आईसीयू तक की व्यवस्था
महाकुम्भ में करोड़ों लोगों की आमद को देखते हुए योगी सरकार ने यहां स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर खास प्रबंध किए हैं। मेला क्षेत्र में परेड स्थित सेंट्रल अस्पताल में 100 बेड का सेंट्रल अस्पताल निर्मित हो गया है और कई दिनों से क्रियाशील है। महाकुम्भ के केंद्रीय अस्पताल में ओपीडी समेत सामान्य वार्ड से लेकर प्रसव केंद्र और आईसीयू की व्यवस्था की जा चुकी है। इसमें बड़ी संख्या में लोगों का इलाज भी होने लगा है। इसी क्रम में अस्पताल ने अब तक दो डिलीवरी कराने में भी सफलता प्राप्त की है।