किरायेदार पर भारी पड़ रहा लॉक डाउन: हसीब अहमद
कोरोना से हजारों लोगों की जान गवाने के बाद महामारी से बचाव लिये सरकार ने लॉक डाउन करके भले ही अपनी पीठ थपथपा रही हो लेकिन अघोषित कर्फ्यू की मार से सबसे ज्यादा पीड़ित वो दुकानदार हैं जिनको हर महीने दुकान का किराया लंबी चौड़ी रकम के साथ जमा करना पड़ता है।
लॉक डाउन की सीमा आगे बढ़ने से ज्यादा सबसे सदमे में ऐसे ही व्यापारी हैं। जिनकी दुकान का किराया हर महीने लाखो रुपये के तौर पर दुकान मालिक को चुकाना पड़ता है। सिविल लाइन्स, तेलियरगंज कटरा, चौक और नूरउल्ला रोड पर दुकानें किराए पर लिए व्यापारी अपनी दुकानों को किराया न देने के कारण अब खाली कर रहे हैं।
उनमें से कुछ दुकानदारों ने बताया कि यहाँ लॉक डाउन की वजह से खाने के लिये भी लाले पड़े है, ऐसे में दुकान का किराया हम कहाँ से दे पाएंगे।
व्यापारियों के दर्द को ना कोई सुनने वाला है और ना ही कोई देखने वाला। दुकानदारों की व्यथा से मन विचलित और भावुक है।