विश्वविद्यालय में दिव्यांग बच्चों के खेलकूद की व्यवस्था हो उत्कृष्ट : आनंदीबेन पटेल

राज्यपाल ने डॉ. शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ के नैक प्रस्तुतिकरण का अवलोकन किया

विश्वविद्यालय में दिव्यांग बच्चों के खेलकूद की व्यवस्था हो उत्कृष्ट : आनंदीबेन पटेल

लखनऊ, 11 अक्टूबर । उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को यहां राजभवन में डॉ. शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुर्नावास विश्वविद्यालय, लखनऊ के नैक के लिए स्व मूल्यांकन की तैयारियों के प्रस्तुतिकरण का अवलोकन किया। राज्यपाल ने कहा कि नैक श्रेणी में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए व्यवस्थाओं की प्रगति का विश्लेषण कमेटियों के साथ करें। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में दिव्यांग बच्चों के खेलकूद की व्यवस्था को उत्कृष्ट किया जाय।

राज्यपाल ने प्रस्तुतिकरण के दौरान न केवल नैक मानकों के अनुरूप विश्वविद्यालय की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के सुझाव दिए, अपितु उन्हें जनहित में संचालित कराने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम निर्धारण के समय विद्यार्थियों के विचार को भी जानें तथा दिव्यांग विद्यार्थियों की स्किल को ध्यान में रखकर उद्यमिता विकास तथा वोकेशनल कोर्स जैसे विषयों को प्राथमिकता से शामिल करें तथा प्रत्येक वर्ष विषयों में आवश्यकतानुसार मूलभूत परिवर्तन भी करते रहें।

राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय में निर्धारित प्रवेश हेतु सभी दिव्यांग सीटों पर अनिवार्य रूप से प्रवेश लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दिव्यांग बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए जिला प्रशासन के सहयोग से विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों को किया जाये तथा प्रमाण-पत्र एवं पुरस्कार देकर उन बच्चों को सम्मानित भी करें। उन्होंने सुझाव दिया कि विश्वविद्यालय के माध्यम से अलग-अलग प्रकार के प्रोजेक्ट तैयार कर औद्योगिक प्रतिष्ठानों से ग्राण्ट लेने का प्रयास किया जाना चाहिए तथा संस्थान द्वारा किये जा रहे। विभिन्न उत्कृष्ट कार्यों को प्रचारित भी किया जाये, जिससे लोगों को इसके बारे में जानकारी हो सके।

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के पुराने छात्रों का सम्मेलन करायें। उनके अनुभवों से विश्वविद्यालय के बच्चों का परिचय करायें ताकि अनुभवों का लाभ छात्रों को मिल सके। राज्यपाल ने कहा सभी शिक्षकों के मन में यह भाव होना चाहिए कि यह विश्वविद्यालय विशेष बच्चों के लिये है। इसलिए हमें उनके लिए विशेष रूप से कार्य करना है।

राज्यपाल ने बताया कि पैरा ओलम्पिक में दिव्यांग बच्चों ने द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, चूंकि यह विश्वविद्यालय विशेष रूप से दिव्यांग बच्चों को समर्पित है। इसलिए विश्वविद्यायल में बच्चों के खेलकूद की उत्कृष्ट व्यवस्था की जानी चाहिए और जहां पर आवश्यकता है वहां पर कोच की भी व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि दिव्यांग बच्चों के लिए विश्वविद्यालय में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी तथा परीक्षाओं के सम्बन्ध में सम्पूर्ण जानकारी भी दी जाय।

प्रस्तुतिकरण के दौरान बैठक में अपर मुख्य सचिव राज्यपाल महेश कुमार गुप्ता, विशेष कार्याधिकारी (शिक्षा) डॉ. पंकज जॉनी, डॉ. शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ के कुलपति प्रो0 राणा कृष्णा पाल सिंह, रजिस्ट्रार अमित कुमार, डॉ. संजू गुप्ता, डॉ. कल्याणी, शिवपाल यादव सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।