महाकुंभ भगदड़ में जान गवाने वाली महिला का शव पहुंचा गांव, मच गया कोह
महाकुंभ भगदड़ में जान गवाने वाली महिला का शव पहुंचा गांव, मच गया कोह
अजमेर, 30 जनवरी(हि.स)। राजस्थान अजमेर जिले के केकड़ी सरवाड़ के निकट स्यार गांव में गुरुवार काे उस समय शोक के साथ कोहराम मच गया जब महाकुंभ प्रयागराज भगदड़ में जान गवाने वाली महिला न्याली देवी का शव लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस स्यार गांव पहुंची। परिजन रोते बिलखते नजर आए। किसी को यकीन ही नहीं हो रहा था कि हंसी खुशी धूमधाम से महाकुंभ प्रयागराज स्नान के लिए जिस महिला को भेजा था वो जिंदा नहीं लौटेगी और उसका शव आएगा। शव के पहुंचने से पहले ही स्थानीय पुलिस व उपखण्ड प्रशासन सतर्क हो गया था। प्रशासनिक अधिकारियों व पुलिस की उपस्थिति में महिला के शव को उसके निवास पर रखने के बाद अंतिम क्रियाकर्म की तैयारी की गई और उसका विधिविधान से अंतिम संस्कार कर दिया गया।
स्यार निवासी न्याली देवी बैरवा की मौत के बाद यूपी पुलिस का हेड कांस्टेबल शेलेश मिश्रा शव लेकर स्यार गांव पहुंचे। उसके बाद स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को हादसे की जानकारी दी गई। उपखंड अधिकारी गुरु प्रसाद तंवर ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए उसके बाद गिरदावर बालकिशन नामा, पटवारी कानाराम गुर्जर और सरवाड़ थाने के कांस्टेबल सुशील गांव में पहुंचे और मौका पर्चा बनाते हुए उच्च अधिकारियों को अवगत कराया।
शव को देखने गांव के लोग उमड़ पड़े। सभी ने परिवार के साथ संवेदना व्यक्त की। परिवार के मिलने जुलने वालों का गांव पहुंचना शुरू हो गया।
गौरतलब है सरवाड़ उपखंड के स्यार गांव निवासी न्याली पत्नी रामनारायण बैरवा अपने पति और परिजनों के साथ धार्मिक यात्रा पर महाकुंभ प्रयागराज स्नान करने गई थी। मोनी अमावस्या को संगम तट पर स्नान करते जाते समय मचीं भगदड़ में न्याली देवी की मौत हो गई । इस हादसे में कई लोगों की मौत हो गई वहीं कई लोग जिंदगी और मौत से अस्पताल में संघर्ष कर रहे हैं ।