अहिल्याबाई होलकर त्रिशताब्दी समारोह में शामिल होंगे आरएसएस के सह सरकार्यवाह

अहिल्याबाई होलकर त्रिशताब्दी समारोह में शामिल होंगे आरएसएस के सह सरकार्यवाह

अहिल्याबाई होलकर त्रिशताब्दी समारोह में शामिल होंगे आरएसएस के सह सरकार्यवाह

-महारानी अहिल्याबाई के राज्याभिषेक के दिन आयोजन

वाराणसी, 09 दिसंबर (हि.स.)। पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होलकर जयन्ती की त्रिशताब्दी समारोह 11 दिसंबर को बीएचयू के स्वतंत्रता भवन सभागार में अपराह्न तीन बजे से होगा। समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस)के सह सरकार्यवाह मुकुन्द भी शामिल होंगे। सोमवार को यह जानकारी त्रिशताब्दी समारोह आयोजन समिति की सदस्य नीरजा माधव ने पत्रकारों को दी।

उन्होंने बताया कि भारतीय संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन में मातृ-शक्ति की भूमिका सदा से रेखांकित रही है। लोकमाता अहिल्याबाई होलकर का संपूर्ण जीवन इस बात का साक्षी है कि एक सामान्य घर में जन्मी अहिल्याबाई का जीवन आगे चलकर न्याय प्रिय रानी, प्रजावत्सल शासिका, धार्मिक और सांस्कृतिक संरक्षिका के रूप में प्रेरणादायी बना। लोकमाता अहिल्याबाई ने अपना संपूर्ण जीवन मुगलों द्वारा विध्वंस किए गए मंदिरों के पुनः निर्माण, जीर्णोद्धार में आहूत कर दिया। उन्होंने जन सामान्य के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।

समारोह की मीडिया समन्वयक डॉ. कुमकुम पाठक ने बताया कि इन सभी तथ्यों को एक बार पुनः समाज और नई पीढ़ियों को हस्तांतरित करने के लिए माता अहिल्याबाई होलकर के त्रिशताब्दी समारोह का आयोजन हो रहा है। उन्होंने बताया कि 11 दिसंबर को ही महारानी अहिल्याबाई होलकर का राज्याभिषेक हुआ था। इसलिए काशी में इसी तिथि को यह समारोह हो रहा है। समारोह में उनके जीवन से संबंधित प्रसंगों के चित्रों की प्रदर्शनी, लघु नाटिका मंचन आदि के साथ-साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह का पाथेय प्राप्त होगा। विशिष्ट अतिथि लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के वंशज उदय सिंह राजे होलकर और सेवानिवृत्त ले0जनरल डॉ. माधुरी कानिटकर होंगी। इसके साथ ही चेतना प्रवाह का अहिल्याबाई होलकर के सम्पूर्ण जीवन पर आधारित विशेषांक का विमोचन किया जाएगा। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. चंद्रकला पांडिया करेंगी। वार्ता में बीएचयू के प्रो. राम नारायण द्विवेदी भी मौजूद रहे।