पहले अमृत स्नान पर पूरा ब्रह्माण्ड ही संगम पर बस गया : श्रीमहंत नारायण गिरि
पहले अमृत स्नान पर पूरा ब्रह्माण्ड ही संगम पर बस गया : श्रीमहंत नारायण गिरि
महाकुम्भ नगर, 14 जनवरी (हि.स.)। प्रयागराज महाकुम्भ में पहला अमृत स्नान मंगलवार को मकर संक्रांति पर हुआ तो ऐसा लगा कि मानो पूरा ब्रह्माण्ड ही संगम पर बस गया। जिधर भी नजर जाए उधर ही करोड़ाें ऋषि मुनि, साधु-संत व भक्त नजर आ रहे थे। मंगलवार को सभी 13 अखाड़ों ने अमृत स्नान किया। श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर व श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने बताया कि सबसे पहले महानिर्वाणी व अटल अखाड़ा के साधु-संतों ने स्नान किया। महानिर्वाणी व अटल अखाड़ा के साधु-संतों की सवारी ने प्रातः 5.15 बजे शिविर से प्रस्थान किया और 6.15 बजे संगम पर पहुंची।
महानिर्वाणी व अटल अखाड़ा के साधु-संतों ने 40 मिनट तक स्नान किया और प्रातः 6.55 से संगम से प्रस्थान कर 7.55 पर पर अपने शिविर पहुंचे। महानिरंजनी-आनंद अखाड़ा के साधु-संतों की सवारी प्रातः 6.05 पर शिविर से संगम के निए निकली व 7.05 पर संगम पहुंची। 40 मिनट तक स्नान करने के बाद अखाड़ा के साधु-संतों की सवारी ने 7.45 पर संगम से प्रस्थान किया और 8.45 पर शिविर पहुंची। जूना-आहवान-पंच अग्नि अखाड़ा के साधु-संतों की सवारी शिविर से संगम के लिए प्रातः 7 बजे निकली व 8 बजे संगम तक पहुंची। 40 मिनट के स्नान के बाद जूना-आहवान-पंच अग्नि अखाड़ा के साधु-संतों की सवारी 8.40 बजे संगम से शिविर के लिए निकली व 8.45 पर शिविर पहुंची। निर्मोही अखाड़ा के साधु-संतों की सवारी शिविर से 9.40 पर निकली व 10.40 पर संगम पहुंची। 30 मिनट के स्नान के बाद निर्मोही अखाड़ा के साधु-संतों की सवारी 11.10 बजे संगम से रवाना हुई व 12.10 पर शिविर पहुंची।
दिगम्बर अखाड़ा के साधु-संतों की सवारी 10.20 पर शिविर से निकली व 11.20 पर संगम पहुंची। 50 मिनट के स्नान के बाद 12.10 पर संगम से रवाना होकर दोपहर 1.10 पर शिविर पहुंची। निर्वाणी अखाड़ा के साधु-संतों की सवारी 11.20 से शिविर से निकली व 12.20 पर संगम पहुंची। 30 मिनट के स्नान के बाद सवारी 12.50 पर संगम से रवाना होकर 1.50 पर शिविर पहुंची। नया पंचायती अखाड़ा के साधु-संतों की सवारी 12.15 बजे शिविर से संगम के लिए रवाना हुुई। संगम पर 1.15 से 2.10 तक स्नान के बाद सवारी 3.10 पर शिविर पहुंची। बडा पंचायती अखाड़ा के साधु-संतों की सवारी 1.20 से शिविर से निकली व 2.20 पर संगम पहुंची। 3.20 तक स्नान के बाद सवारी 4.20 पर शिविर पहुंची। निर्मल पंचायती अखाड़ा के साधु-संतों की सवारी 2.40 पर शिविर से रवाना हुई व 3.40 पर संगम पहुंची। 4.20 तक स्नान के बाद 5.20 पर सवारी वापस शिविर पहुंची।