समाज सेवा का दृष्टिकोण अपनाएं अधिकारी:आनंदीबेन पटेल

समाज सेवा का दृष्टिकोण अपनाएं अधिकारी:आनंदीबेन पटेल

समाज सेवा का दृष्टिकोण अपनाएं अधिकारी:आनंदीबेन पटेल

लखनऊ, 23 नवंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से शनिवार को राजभवन में उत्तर प्रदेश कैडर-2023 बैच के 20 प्रशिक्षु आई0पी0एस0 अधिकारियों ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर राज्यपाल ने अधिकारियों से उनका परिचय लिया और उनके कार्यक्षेत्र और अनुभवों की जानकारी प्राप्त की।

राज्यपाल ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि वे संवेदनशीलता के साथ कार्य करें और जनता की समस्याओं को गंभीरता से सुनें। उन्होंने निर्देश दिया कि शिकायतों का त्वरित और पूर्ण समाधान सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि सत्य और नियमों के अनुरूप कार्य करें, गलत का समर्थन न करें और किसी दबाव में आकर निर्णय न लें।

राज्यपाल ने अधिकारियों को भ्रष्टाचार से दूर रहने की सलाह दी और कहा कि समाज सेवा का दृष्टिकोण अपनाएं। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रशिक्षु अधिकारियों की पढ़ाई के दौरान अर्जित ज्ञान का उपयोग उनके कार्यक्षेत्रों में किया जाना चाहिए। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि यदि किसी अधिकारी ने आपदा प्रबंधन का अध्ययन किया है, तो उसे उसी क्षेत्र में तैनाती दी जानी चाहिए ताकि उसके ज्ञान का सदुपयोग हो सके।

राज्यपाल ने प्रशिक्षु अधिकारियों को सुझाव दिया कि वे इस विचारधारा को अपनाएं और स्कूलों में बच्चों के प्रशिक्षण पर जोर दें। इसके माध्यम से बच्चे अपने जीवन में सही दिशा और मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं, जिससे वे न केवल एक अच्छे नागरिक बनेंगे बल्कि समाज के विकास में भी रचनात्मक योगदान दे सकेंगे।

राज्यपाल ने कहा कि सभी अधिकारी अपने क्षेत्र में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करें और यह प्रयास करें कि उन्हें कोई भी समस्या उत्पन्न न हो। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों से कहा कि वे समाज के मानसिक, सामाजिक और पर्यावरणीय विकास में सहयोग दें। अच्छा कार्य करने से न केवल उनकी छवि बेहतर बनेगी, बल्कि समाज में सकारात्मक प्रभाव भी पड़ेगा।

राज्यपाल ने अधिकारियों को सफल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं और उनसे अपने कर्तव्यों का ईमानदारी और निष्ठा के साथ पालन करने का आह्वान किया।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव,राज्यपाल, डॉ0 सुधीर महादेव बोबडे, पुलिस प्रशिक्षण निदेशालय के अधिकारीगण सहित राजभवन के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।