पूरी तरह निर्दोष हूँ, मुझे फंसाया जा रहा : ब्रजभूषण शरण सिंह

साजिश के पीछे एक बड़े उद्योगपति और कांग्रेस पार्टी का हाथ : ब्रजभूषण शरण सिंह

पूरी तरह निर्दोष हूँ, मुझे फंसाया जा रहा : ब्रजभूषण शरण सिंह

गोण्डा, 29 अप्रैल। कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष एवं गोण्डा से भाजपा सांसद ब्रजभूषण शरण सिंह ने शनिवार को कहा कि मैं पूरी तरह से निर्दोष हूँ,मुझे साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। इस साजिश के पीछे एक बड़े उद्योगपति और कांग्रेस पार्टी का हाथ है।

ब्रजभूषण शरण सिंह ने गोण्डा के नंदिनीनगर स्थित आवास पर शनिवार को पत्रकारों से कहा कि मुझे न्यायालय और जांच एजेंसियों पर भरोसा है। मैं जांच में सहयोग करने को तैयार हूं। उन्होंने कहा कि इन लोगों की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। पहले यह लोग कहते थे कि कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दें। अब कह रहे हैं कि सभी पदों से इस्तीफा दें और इन्हें जेल में डाला जाय।

एक अपराधी बनकर इस्तीफा नहीं दूंगा

ब्रजभूषण सिंह ने कहा कि मेरा कार्यकाल लगभग पूरा हो चुका है। कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना बड़ी बात नहीं है, लेकिन मैं अपराधी बनकर इस्तीफा नहीं देना चाहता। इस्तीफा देने का मतलब होगा कि मैंने आरोप स्वीकार कर लिए हैं। मैं कुश्ती महासंघ का अध्यक्ष किसी की कृपा से नहीं बना हूं। मैं चुनाव जीतकर अध्यक्ष बना हूं। मैं सांसद भी क्षेत्र की जनता के आशीर्वाद से बना हूं।

गोण्डा सांसद ने कहा कि कुश्ती संघ में एक अखाड़ा और एक घराने का ही दबदबा रहता था। हमने इस पर रोक लगाने का काम किया। हमने पूरे देश के खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने का काम किया। यह काम कुछ लोगों को रास नहीं आ रहा है।

एक ही अखाड़े के हैं विरोध करने वाले खिलाड़ी

ब्रजभूषण सिंह ने कहा कि धरने पर बैठे लोग खेल की बदनामी करा रहे हैं। धरने में प्रियंका गांधी और सत्यपाल मलिक जैसे लोगों का क्या काम है। जितने भी खिलाड़ी प्रदर्शन कर रहे हैं, वे एक ही अखाड़े और एक ही परिवार से संबंधी हैं। उन्होंने कहा कि कैम्प में पूरे देश के खिलाड़ी रहते हैं अन्य राज्यों के खिलाड़ियों के साथ गलत क्यों नहीं हुआ।

उल्लेखनीय है कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने यौन उत्पीड़न के मामले में शुक्रवार (28 अप्रैल) को दो एफआईआर दर्ज की है। कनॉट प्लेस पुलिस थाने में पहली एफआईआर नाबालिग पहलवान की शिकायत पर दर्ज की गई है, जिसमें यौन अपराधों से बाल संरक्षण (पॉक्सो एक्ट) भी लगाया गया है।