बिहार सरकार के पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह का निधन, सीएम ने जताया शोक
राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
पटना, 04 जुलाई ।बिहार सरकार के पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह का निधन सोमवार सुबह हो गया है। नरेंद्र सिंह के निधन की खबर सुनने के बाद राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर दौड़ गयी है।
सीएम ने नरेन्द्र सिंह के निधन पर संवेदना व्यक्त की
मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा है कि वे एक कुशल राजनेता एवं समाजसेवी थे। वे 1974 के जेपी आंदोलन के प्रखर सेनानी थे। सामाजिक कार्यों में भी उनकी गहरी अभिरूचि थी। वे अपने क्षेत्र में लोगों के बीच काफी लोकप्रिय थे। उनके निधन से मैं मर्माहत हूं। उन्होंने मेरे साथ मेरे मंत्रिमंडल सहयोगी के रूप में मंत्री पद की जिम्मेदारी का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया था। उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।
मुख्यमंत्री ने स्व.नरेन्द्र सिंह के पुत्र विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री श्री सुमित कुमार सिंह से दूरभाष पर वार्ता कर उन्हें सांत्वना दी है। स्व नरेन्द्र सिंह जी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जायेगा । मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चीर शांति तथा उनके परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
जेपी आंदोलन के समय हुए राजनीति में सक्रिय
बिहार के जमुई जिले से आने वाले नरेंद्र सिंह जेपी आंदोलन के वक्त से राजनीति में सक्रिय हुए।लालू प्रसाद यादव से लेकर नीतीश कुमार तक के साथ उन्होंने सियासत की।नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में वह मंत्री भी बने, लेकिन बाद में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के साथ चले गये। हालांकि नरेंद्र सिंह के बेटे सुमित सिंह निर्दलीय चुनाव जीतने के बावजूद नीतीश कैबिनेट में मंत्री बने।
पिछले विधानसभा चुनाव के बाद से नरेंद्र सिंह अपनी राजनीतिक पारी को विराम देने लगे थे. पिछले कुछ अर्से से उनकी तबीयत खराब थी, जिसके बाद उन्हें पटना के एक प्राइवेट अस्पताल में एडमिट कराया गया था, यहीं पर उन्होंने अंतिम सांस ली है.
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने नरेंद्र सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है।नरेंद्र सिंह को एक राजनैतिक योद्धा बताते हुए जीतन राम मांझी ने कहा है कि उनकी कमी बिहार के राजनीतिक जगत को हमेशा खलेगी।