गिरिराज सिंह मोदी सरकार 3.0 में तीसरी बार बने केंद्रीय मंत्री
गिरिराज सिंह मोदी सरकार 3.0 में तीसरी बार बने केंद्रीय मंत्री
पटना, 09 जून । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के फायर ब्रांड नेता एवं लगातार दो बार से बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह फिर से टीम मोदी में शामिल हुए हैं। एनडीए सरकार में वह फिर से केंद्रीय मंत्री बनने जा रहे हैं।
बिहार में लखीसराय जिले के बड़हिया गांव के मूल निवासी गिरिराज सिंह लगातार तीसरी बार केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बने। 72 वर्षीय गिरिराज सिंह के पास मगध विवि से स्नातक की डिग्री है। वे 2002 से 2014 तक लगातार बिहार विधान परिषद के सदस्य रहे। इस दौरान उन्होंने बिहार सरकार में पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन, सहकारिता सहित कई अन्य विभाग संभाले। मई 2014 में पहली बार नवादा संसदीय क्षेत्र से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए। पहली बार में ही उनको केंद्र सरकार में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के राज्यमंत्री की जिम्मेदारी मिली।
मई 2019 में वे दूसरी बार बेगूसराय संसदीय क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुने गये। यहां उन्होंने जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को हराने की वजह से चर्चित में रहे। इस बार उनको मत्स्य पालन, पशुपालन, डेयरी के साथ ही ग्रामीण विकास विभाग और पंचायती राज मंत्रालय के कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी दी गयी। गिरिराज 2024 में तीसरी बार बेगूसराय से ही लोकसभा के लिए चुन कर आये हैं। इस बार उन्होने सीपीआइ के अवधेश कुमार राय को हराया है।
एक वक्त था जब वामपंथियों का गढ़ कहे जाने वाले बेगूसराय को मिनी मॉस्को कहा जाता था। 2004 में लोकसभा क्षेत्र के रूप में बेगूसराय अस्तित्व में आया। पहली बार जनता दल यू के टिकट पर डॉ मोनाजिर हसन सांसद बने। इसके बाद 2014 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर डॉ भोला सिंह सांसद बने। उनके जाने के बाद 2019 में गिरिराज सिंह को टिकट मिला। उनके सामने थे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के उम्मीदवार कन्हैया कुमार। चुनाव परिणाम आया तो गिरिराज सिंह जीत गए। इस बार भी चुनावी मैदान में गिरिराज सिंह का मुकाबला भाकपा उम्मीदवार अवधेश राय से हुआ और भारी मतों से गिरिराज सिंह जीत गए।
गिरिराज सिंह प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह का करीबी: बिहार में लगातार हिन्दुत्व का झंडा बुलंद करने वाले गिरिराज सिंह को प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह का करीबी माना जाता है। साथ ही वह बिहार में अगड़ी जाति का चेहरा माने जाते हैं। शायद इसलिए भी गिरिराज सिंह को फिर से मोदी कैबिनेट का हिस्सा बनाया जा रहा है। गिरिराज सिंह मूल रूप से लखीसराय जिले के रहने वाले हैं। 8 सितम्बर 1952 को बड़हिया में उनका हुआ था। पिता रामावतार सिंह किसान थे। मां तारा देवी गृहणी थीं। गिरिराज सिंह ने बेगूसराय और पटना में अपनी पढ़ाई पूरी की। पढ़ाई के बाद वह बेगूसराय आए। यहां वह पंपसेट की एजेंसी चलाते थे। दिग्गत नेता स्व. कैलाशपति मिश्र से प्रेरित होकर गिरिराज सिंह ने भाजपा में शामिल हुए। 2007 में वह पहली बार मंत्री बने। इसके बाद 2014 में पहली केंद्रीय राज्य मंत्री बने।