महंत नरेंद्र गिरि के कमरे से मिला आठ पेज का सुसाइड नोट
पुलिस की नजर में प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला, शासन ने तलब की पूरी रिपोर्ट
प्रयागराज, 20 सितंबर । अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि का सोमवार को संदिग्ध परिस्थितियों में निधन हो गया। पुलिस ने इसे प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला बताया है। पुलिस ने उनके कक्ष से आठ पेज का सुसाइड नोट भी बरामद किया है। इस बीच शासन ने भी महंत नरेंद्र गिरि की मौत को लेकर पूरी रिपोर्ट जिला प्रशासन से तलब की है।
प्रयागराज के पुलिस महानिरीक्षक केपी सिंह ने बताया कि श्रीमहंत नरेंद्र गिरि के कक्ष से बरामद सुसाइड नोट में तमाम बातें विस्तार से लिखी गई हैं। इसमें उन्होंने कुछ शिष्यों से नाराजगी भी जताई है। उनके अनुसार सुसाइड नोट को बड़े ही भावनात्मक ढंग से लिखा गया है और उसमें आत्महत्या करने की भी बात का उल्लेख है। पुलिस महानिरीक्षक ने यह भी कहा कि फिलहाल सुसाइड नोट की फारेंसिक जांच भी कराई जाएगी ताकि यह स्पष्ट हो सके कि यह महंत नरेंद्र गिरि ने ही लिखा है या नहीं।
इस बीच प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने प्रयागराज जिला और पुलिस प्रशासन से महंत नरेंद्र के निधन को लेकर पूरी रिपोर्ट तलब की है। अपर मुख्य सचिव गृह इस मामले पर स्वयं नजर रखे हुए हैं और हर जानकारी से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी अवगत करा रहे हैं।
गौरतलब है कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि का शव प्रयागराज के बाघम्बरी मठ में फंदे से लटकता हुआ मिला है। मौके पर जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी पहुंच गये हैं। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। मठ के अंदर पुलिस जांच कर रही है और बाहर काफी भीड़ जमा है। श्रीमहंत नरेंद्र गिरि के निधन से देश के संत-महात्मा स्तब्ध हैं। कई संतों ने उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की निष्पक्ष जांच की मांग की है।