मुख्यमंत्री ने गंगा तट पर बने छठ घाटों का किया निरीक्षण

मुख्यमंत्री ने गंगा तट पर बने छठ घाटों का किया निरीक्षण

मुख्यमंत्री ने गंगा तट पर बने छठ घाटों का किया निरीक्षण

पटना, 08 नवंबर । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज नहाय-खाय से शुरू हुए चार दिवसीय सूर्योपासना के महापर्व छठ पूजा के मद्देनजर गंगा तटों पर बनाये गये छठ घाटों का निरीक्षण किया। उन्होंने स्टीमर के जरिये दानापुर के नासरीगंज गंगा घाट से पटना सिटी के कंगन घाट तक गंगा तटों पर छठ घाटों की तैयारियों का निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने घाटों की साफ-सफाई, स्वच्छता, पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था, खतरनाक घाटों की घेराबंदी, गंगा नदी के पानी की गहराई एवं बहाव को ध्यान में रखते हुए बैरिकेडिंग, माइकिंग की सुविधा, व्रतियों के रात्रि विश्राम के लिए शेड, छठ घाटों तक पहुंच पथ, चेंजिंग रूम, वॉच टावर एवं छठ व्रतियों की सुविधा और सुरक्षा के संबंध में अधिकारियों से पूरी जानकारी ली। उन्होंने छठ घाटों का मुआयना करने के क्रम में अधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश दिये ताकि छठ व्रतियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के क्रम में अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि छठ घाटों तक व्रतियों के पहुंचने की सुविधा एवं सुरक्षा का पुख्ता प्रबंध रखें। खतरनाक एवं दलदल घाटों पर लोगों के आवागमन पर पूर्णतः पाबंदी हो। छठ पूजा के दौरान गंगा घाटों पर वॉच टावर से सतत निगरानी रखी जाए। गंगा के जलस्तर को देखते हुए घाटों की घेराबंदी सुनिश्चित करें। छठ व्रतियों एवं उनके परिजनों की सुविधा के लिए घाटों पर पर्याप्त संख्या में नियंत्रण कक्ष की व्यवस्था हो।

छठ घाटों के निरीक्षण के पश्चात पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि छठव्रतियों की सुविधा के लिए छठ घाटों का निर्माण कराया जा रहा था। उसको आज हम तीसरी बार आकर देखे हैं। आज लगभग सभी काम पूरा हो गया है। जिन जगहों पर घाट बना है, वहां छठव्रतियों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए पूरी तैयारी की गयी है। जिन गंगा तटों पर छठ घाट नहीं बन सकता है, उसके बारे में लोगों को सतर्क कर दिया जाएगा। इस बार काफी अच्छी संख्या में गंगा तटों पर छठ घाटों का निर्माण कराया गया है और लोगों की सुरक्षा एवं सुविधा का पुख्ता प्रबंध किया गया है। आज छठ घाटों की तैयारियों को देखकर संतोष हुआ है। छठ घाटों के निर्माण में जुटे लोगों ने काफी मेहनत किया है। शेष जो भी कुछ काम बचा है, उसे तत्काल पूरा कर लिया जायेगा। खतरनाक घाटों की घेराबंदी की गयी है। एहतियात के तौर पर जो भी किया जाना था, किया गया है, जिसे देखकर काफी संतुष्टि हुई है।