सपा सरकार आने की आस लगा बैठे अफसरों पर योगी की नजर!
ऐसे तमाम अफसरों की तैयार हो रही सूची, भरोसेमंद नौकरशाहों को मिलेगी तरजीह
लखनऊ, 31 मार्च । उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार शपथ के साथ ही सक्रीय हो गयी है। उन अफसरों पर कड़ी नजर रखी जा रही है जो चुनाव के दौरान यह मान बैठे थे कि भाजपा से इतर सरकार बनने जा रही है। सूत्रों का कहना है कि अफसरों की सूची तैयार कर मुख्यमंत्री के पास पहुंच गयी है।
नयी सरकार का गठन के तुरंत बाद से सरकार ने तेज गति से काम करना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कैबिनेट के साथ बैठक कर 100 दिन का रोडमैप सौंपा है। उसी के आधार पर मंत्रियों और अफसरों के प्रदर्शन का आकल होगा। मुख्यमंत्री योगी ने अफसरों को हर मोर्चे पर पारदर्शी और त्वरित गति से काम करने के निर्देश दिए हैं।
अब बात करते हैं उन अधिकारियों की जिन्हें प्रदेश में दूसरे दल की सरकार आती दिखाई दी थी। उन्होंने जनता के बीच संदेश देने की कोशिश भी की। प्रदेश में पांच चरणों के मतदान के उपरातं कुछ अफसरों ने विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात भी कर आए।
उन अफसरों ने समाजवादी पार्टी (सपा) के नेताओं, महापुरुषों से जुड़े कुछ भवनों की साफ-सफाई कराकर जनता के बीच संदेश भी देने की कोशिश की थी। यह सब उस वक्त हुआ जब प्रदेश में दो चरणों का मतदान बाकी था। अब मुख्यमंत्री योगी की ऐसे अफसरों पर टेढ़ी नजर हो सकती है। उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव के बाद नौकरशाही में भारी फेर बदल के आसार हैं। उप्र विधान परिषद की 36 सीटों के लिए निर्वाचन प्रक्रिया जारी है। नौ अप्रैल को मतदान होगा और 12 अप्रैल को परिणाम आएगा। इसके बाद प्रदेश की नौकरशाही में बदलाव तय माना जा रहा है।