महिलाओं को चाहिए बराबरी का अधिकार : प्रियंका गांधी
महिलाओं को चाहिए बराबरी का अधिकार : प्रियंका गांधी
रायबरेली, 19 दिसम्बर । कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने रविवार को कहा कि महिलाओं को बराबरी का अधिकार चाहिए। प्रियंका गांधी ने शक्ति विधान कार्यक्रम में शामिल महिलाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि सारी महिलाएं एकजुट हो जायें और तय कर लें कि हम इस देश की राजनीति को बदल देंगे तो निश्चित ही महिला स्वाभिमान सम्मान की राजनीति बदल जायेगी। महिलायें अगर कह दें कि हमारे लिए काम करो वरना हम तुम्हें वोट नहीं देंगे। हमने महिलाओं के लिए पहली बार अलग से घोषणा पत्र बनाया है। इसका असर यह हुआ कि प्रधानमंत्री पहली बार महिलाओं का कार्यक्रम बुला रहें हैं। अन्य राजनीतिक दल भी अब महिलाओं के लिए घोषणाए कर रहें हैं।
प्रियंका ने रायबरेली में ‘‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’’ शक्ति संवाद महिला सशक्तिकरण महाअभियान के तहत अलग-अलग क्षेत्रों मे काम करने वाली महिलाओं और कॉलेज की लड़कियों से बातचीत किया। रायबेरली शहर के रिफार्म क्लब में आयोजित शक्ति संवाद कार्यक्रम में प्रियंका गांधी वाड्रा ने ‘‘थीम सांग’’ के साथ महिला घोषणा पत्र जारी किया।
उन्होंने ‘‘शक्ति विधान’’ शीर्षक से महिला घोषणा पत्र जारी करते हुए महिलाओं के स्वाभिमान, स्वावलम्बन, शिक्षा, सम्मान, सुरक्षा, और सेहत अर्थव्यवस्था से जुड़ी तमाम घोषणाएं कीं।
प्रियंका गांधी ने कहा कि मां क्यों चाहती है कि उसकी बेटी पढ़ाई कर ले? क्योंकि वह अपनी बेटी को अपने जीवन का संघर्ष नहीं देना चाहती है। मेरा आपसे कहना है कि आप अपनी शक्ति को पहचानो। एक सिलेंडर व एक शौचालय से काम नहीं चलेगा। आप को सशक्त किया जायेगा। ताकि आपको आपका अधिकार मिले। महिलाओं सशक्त बनाने के लिहाज से इण्टर में पढ़ रही प्रत्येक लड़की को स्मार्टफोन दिया जायेगा। ताकि वह डिजिटल शिक्षा से वंचित न रहे और स्नातक की छात्राओं के आवागमन को सुरक्षित करने की दृष्टि से स्कूटी दी जायेगी।
शक्ति संवाद को कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने भी सम्बोधित किया । कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिय श्रीनेत ने संचालन किया।