प्रतापगढ़: हिमांचल भूस्खलन में शहीद जवान पंचतत्व में विलीन

शहीद के परिवार को 50 लाख और घर के एक सदस्य को नौकरी की घोषणा

प्रतापगढ़: हिमांचल भूस्खलन में शहीद जवान पंचतत्व में विलीन

प्रतापगढ़, 01 अगस्त। हिमांचल भूस्खलन में शहीद हुए बेल्हा के लाल रितेश पाल रविवार दोपहर को पंचतत्व में विलीन हो गये। उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान सभी की आंखें नम थी। देर रात को उनका पार्थिव शरीर हिमांचल से पैतृक गांव पहुंचा था।

वीर सपूत की एक झलक देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। शहीद के घर जाने का रास्ता पूरी तरह भरा हुआ था। शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए जिला मुख्यालय से लेकर शहीद के गांव तक जनसैलाब उमड़ पड़ा। 'भारत माता की जय, रितेश पाल अमर रहे' के नारों से गूंज रहा था। बलिदानी को हर वर्ग के लोगों ने अंतिम विदाई दी।

जिले में रविवार सुबह से हो रही बारिश के चलते बहुत से लोग अंतिम विदाई में शामिल नहीं हो सके। शहीद के शव को ले जा रहे युवक देश भक्ति की धुन में मस्त थे। अंतू थाना क्षेत्र के पूरे भैया गांव निवासी रितेश पाल (32)वर्ष 2010 में सेना में भर्ती हुए थे। वे सेना की इंजीनियर कोर में नायब थे और र्तमान में उनकी तैनाती हिमाचल के कुल्लू जिले के मनाली में थी।


जिले में लगातार हो रही बारिश के चलते अंतिम संस्कार में बिलम्ब हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने शहीद के परिजन को पचास लाख रुपये की आर्थिक सहायता और एक सदस्य को नौकरी दिए जाने की घोषणा का अधिकृत पत्र उप जिलाधिकारी सदर मोहनलाल गुप्ता ने परिजनों को दिया।