राजर्षि टंडन विलक्षण प्रतिभा के धनी थे : प्रो. संजय सिंह

राजर्षि टंडन विलक्षण प्रतिभा के धनी थे : प्रो. संजय सिंह

राजर्षि टंडन विलक्षण प्रतिभा के धनी थे : प्रो. संजय सिंह

प्रयागराज, 01 अगस्त। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में राजर्षि टंडन के जन्म दिवस के अवसर पर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय, लखनऊ के कुलपति प्रो. संजय सिंह ने कहा राजर्षि टंडन विलक्षण प्रतिभा के धनी थे। सत्य और स्वतंत्रता के अनन्य उपासक थे। उनका जीवन दया, करुणा एवं मानवीय गुणों से परिपूर्ण था।



उन्होंने कहा कि राजनीति में रहते हुए राजर्षि टंडन ने शुचिता बनाए रखी। वह राजनेताओं के लिए रोल मॉडल थे। दूसरों के दुख-सुख का उन्हें बेहद ख्याल रहता था। उन्होंने कहा कि हमें अपने महापुरुषों को याद करते रहना चाहिए।



मुक्त विवि की कुलपति प्रो. सीमा सिंह ने कहा कि टंडनजी सेवा भावी थे। अपनी वाणी से और अपने जीवन से उन्होंने सदा लोगों को सेवा की ओर उन्मुख किया। राजर्षि टंडन भारतीयता के प्रतीक थे। उनमें भारतीय आदर्शों के प्रति अत्यंत आदर था। सिद्धांत के पक्के थे। स्वभाव के संत, विचार के उच्च और कार्य के धनी राजर्षि टंडन का जीवन एकांगी नहीं था। कुलपति ने कहा कि राजर्षि टंडन का नाम हमेशा आदर के साथ लिया जाता रहेगा। वह हम सबके लिए प्रेरणा स्रोत हैं।



इस अवसर पर मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. संजय सिंह, मुक्त विवि की कुलपति प्रो. सीमा सिंह एवं विश्वविद्यालय के अधिकारियों, शिक्षकों, परामर्शदाताओं, कर्मचारियों ने परिसर में स्थापित राजर्षि टंडन की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए।