UP सरकार ने माफिया की 1584 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त की : योगी
मुख्यमंत्री ने कहा, प्रदेश पुलिस नए सिरे से कार्य करती दिखाई देगी
लखनऊ, 01 अगस्त। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को प्रदेश में ''उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज'' के शिलान्यास समारोह में स्वागत भाषण के जरिये केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की खूब प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस जमीन पर पहले एक माफिया का कब्जा था, जिसे सरकार ने उससे वापस लिया है। उप्र में पहले दंगे होते थे,आज कानून का राज स्थापित है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री ने अपराध की बदलती हुई प्रवृत्ति के दृष्टिगत ''उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट आफ फॉरेंसिक साइंसेज'' के गठन का सुझाव दिया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री के मार्गदर्शन एवं प्रेरणा से ही उप्र सरकार इस नए इंस्टीट्यूट के गठन के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ी है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अब उत्तर प्रदेश पुलिस नए सिरे से कार्य करती हुई दिखाई दे रही है। उन्होंने कहा कि आज राजधानी लखनऊ में केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह के कर-कमलों से 207 करोड़ रुपये की लागत वाले उत्तर प्रदेश ''उप्र स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज'' का शिलान्यास संपन्न हुआ। इसका उद्देश्य उच्च कोटि की तकनीक अपनाने, उत्कृष्ट वैज्ञानिकों की एक नई फौज खड़ी करना है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में विगत सवा चार वर्ष के दौरान जो परिवर्तन हुए हैं, इसकी प्रेरणा केंद्रीय गृह मंत्री हैं। वर्ष 2014 में उप्र भाजपा प्रभारी और 2017 में राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में इन्होंने कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाते हुए अपना नेतृत्व प्रदान किया था।
मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रदेश में हुए परिवर्तनकारी विकास के क्रम में न केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखना है, बल्कि अपराधों को रोकने, अपराध करने वालों को सजा दिलाने तथा आधुनिक वैज्ञानिक तकनीक का उपयोग करते हुए उच्च कोटि के प्रशिक्षित वैज्ञानिकों की उपलब्धता भी हम सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के बढ़ावे पर जो पेशेवर माफिया कानून को ठेंगा दिखाने का कार्य करते थे, आज उनमें कानून का भय व्याप्त है। उप्र सरकार ने इन माफिया और गैंगस्टर से लगभग 1584 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की है।
''उप्र में अब कानून का राज'' : मुख्यमंत्री योगी
उन्होंने कहा कि राज्य में अब आम नागरिक, बहन-बेटियों के लिए भयमुक्त वातावरण है। पहले महिलाओं में असुरक्षा की भावना थी। प्रधानमंत्री की यही मंशा थी कि उत्तर प्रदेश में कानून का राज हो। केंद्रीय गृह मंत्री ने 2014 और 2017 में प्रदेशवासियों को इसी बात का आश्वासन दिया था। उत्तर प्रदेश दंगों का प्रदेश माना जाता था, यहां कानून व्यवस्था बदहाल थी। आज जिस स्थान पर ''उप्र स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज'' का शिलान्यास हुआ है, उस 142 एकड़ भूमि पर लखनऊ का एक माफिया कब्जा कर प्लॉटिंग करने जा रहा था। उन्होंने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को आश्वस्त किया कि अब उप्र में कानून का राज है। देश की अर्थव्यवस्था में उत्तर प्रदेश एक नया संबल प्रदान कर रहा है। यह भी एक नई शुरुआत है।
गौरतलब है कि इस इंस्टीट्यूट में बी.एससी., एम.एससी. फॉरेंसिक साइंस विद स्पेशलाइजेशन, एम.फिल, पीएच.डी., पोस्ट डॉक्टरल रिसर्च तथा पी.जी. डिप्लोमा इन फॉरेंसिक साइंस, एडवांस स्पेशलाइजेशन एण्ड टेलर मेड पी.जी. डिप्लोमा एवं विभिन्न सर्टिफिकेट कोर्स का संचालन प्रस्तावित है। संस्थान में 500 छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण करेंगे। यह संस्थान 50 एकड़ भूमि में स्थापित किया जाएगा। इसकी स्थापना के लिए 207 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है।
''उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज'' के ये हैं मुख्य उद्देश्य
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि ''उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज'' का मुख्य उद्देश्य फॉरेंसिक के क्षेत्र में प्रशिक्षित जनशक्ति का एक पूल बनाना, न्यायपालिका और पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित करना, अपराध की विवेचना में आवश्यक उन्नत प्रौद्योगिकियों में विशेषज्ञता उत्पन्न करना है।
प्रवक्ता के अनुसार इंस्टीट्यूट में कुल 08 अनुभाग एवं 14 प्रयोगशालाएं होंगी। भौतिकी अनुभाग में आग्नेयास्त्र, फॉरेंसिक ध्वनिकी और प्रलेख प्रयोगशाला होंगी। रसायन अनुभाग के तहत विस्फोटक और विष विज्ञान प्रयोगशाला तथा जीव विज्ञान अनुभाग में जीवन विज्ञान, सीरम विज्ञान एवं डी.एन.ए. प्रयोगशाला होंगी। कम्प्यूटर साइंस अनुभाग में डेटा एनालिसिस, साइबर सुरक्षा और साइबर फॉरेंसिक लैब का निर्माण होगा। व्यवहार विज्ञान अनुभाग के तहत लाई डिटेक्शन, नारको एनालिसिस एवं ब्रेन मैपिंग प्रयोगशाला प्रस्तावित हैं। इसके अतिरिक्त, अपराध विज्ञान, कानून व्यवस्था, पुलिस विज्ञान और प्रशासन अनुभाग भी होंगे।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने की योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा
मुख्यमंत्री के भाषण के बाद केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा की। केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने कहा कि आप और आपकी टीम ने उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को देश में शीर्ष पर पहुंचाया है। कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने 44 योजनाओं में देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है, यह हमारे लिए गर्व की बात है। उत्तर प्रदेश ने हर क्षेत्र में बहुत अच्छा काम किया है। केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना की दोनों लहरों के दौरान बहुत अच्छा काम किया है।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकारें जिस प्रकार जनहित के कार्य कर रही हैं, उनमें उत्तर प्रदेश सबसे आगे है।