गौ आधारित खेती का मूल है वेद : नरेन्द्रानंद सरस्वती
माघ मेला में लगे मठ मछली बंदर मठ में ऋषि कृषि सम्मेलन
प्रयागराज, 17 जनवरी । भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा उत्तर प्रदेश द्वारा प्रयागराज के माघ मेला मे सेक्टर नंबर चार पर मठ मछली बंदर के शिविर मे ऋषि कृषि सम्मेलन मंगलवार को किया गया। मुख्य अतिथि जगद्गुरू शंकराचार्य काशी सुमेरुपीठाधीश्वर नरेन्द्रानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि गौ आधारित खेती का मूल हमारे वेद हैं। गौ आधारित खेती से ही विश्व का कल्याण हो सकता है। रसायन मुक्त खेती होनी चाहिए।
इस अवसर पर उन्होंने गौ रक्षा मंत्रालय और जिला स्तर पर गौ सेवा आयोग बनाने का सुझाव दिया। गौ आधारित खेती के लिए जन प्रतिनिधियों को एक-एक गांव गोद लेने का परामर्श भी दिया। उप निदेशक कृषि प्रयागराज विनोद कुमार शर्मा ने यूरिया को विष बताते हुये किसानों को गौ आधारित कृषि करने के लिए प्रेरित किया। कृषि समृद्धि आयोग के सदस्य श्याम बिहारी गुप्त ने किसानों को गो मूत्र से जीवामृत बना कर यूरिया के स्थान पर जीवामृत का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम में मठ मछली बंदर मठ के महंत विमल देव आश्रम महाराज, चरखी दादरी आश्रम के महंत स्वामी ब्रह्माश्रम महाराज, घरौंदा पीठाधीश्वर शंकर आश्रम महाराज, टीकरमाफी आश्रम के महंत हरिचैतन्य महाराज, चौसठी मठ के महंत प्रकाश आश्रम महाराज, अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री जितेन्द्रानंद सरस्वती महाराज, विश्व स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज, महेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज, योगेन्द्र स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज आदि प्रमुख संत महंत उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा उत्तर प्रदेश के प्रदेश कार्यालय प्रभारी आचार्य कुश मुनि स्वरूप ने किया।
कार्यक्रम के अंत मे काशी सुमेरु पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य नरेन्द्रानंद सरस्वती महाराज और सनातन ज्ञान पीठाधीश्वर महेशाश्रम महाराज, महंत विमल देव आश्रम के नेतृत्व मे संतों ने प्राकृतिक खेती, गौ आधारित खेती के लिए उत्तर प्रदेश कृषि समृद्धि आयोग के सदस्य श्याम बिहारी गुप्त को शाल ओढ़ा कर सम्मानित किया।