इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्र आशुतोष दूबे की मौत पर बवाल, परिसर में की तोड़फोड़ एवं अभद्रता

छात्र की मृत्यु दुःखद, विश्वविद्यालय से कोई सम्बन्ध नहीं : डॉ. कपूर

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्र आशुतोष दूबे की मौत पर  बवाल, परिसर में की तोड़फोड़ एवं अभद्रता

प्रयागराज, 12 जुलाई । इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्र आशुतोष दूबे की मौत पर बुधवार को बवाल हो गया। छात्रसंघ भवन के सामने छात्रों ने सड़क जाम कर दिया। दोपहर को हंगामा शुरू हो गया। नारेबाजी करते हुए छात्र प्रॉक्टर आफिस में घुस गये और तोड़फोड़ करते हुए शिक्षकों से अभद्रता एवं हाथापाई की। कार्यालय में रखी फाइलों को फाड़ दिया। पुलिस फोर्स पहुंचने के बाद छात्र वहां से भाग निकले।



इलाहाबाद विश्वविद्यालय की मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी डॉ. जया कपूर ने बताया कि अजय यादव सम्राट के नेतृत्व में कुछ बाहरी अराजक तत्वों ने विश्वविद्यालय परिसर में भयंकर तोड़फोड़ की और महिलाओं के साथ अभद्रता एवं हाथापाई की। जिसमें कुछ शिक्षिकाओं को चोटें आई हैं। अराजक तत्व इस दुःखद घटना को गुंडागर्दी और सस्ती पब्लिसिटी के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे शिक्षकों में रोष एवं भय व्याप्त है।



उन्होंने बताया कि उपद्रवियों ने हिंदी, संस्कृत, शिक्षा विभागों एवं प्रॉक्टर ऑफिस में उपद्रव एवं तोड़फोड़ की। ऑफिस में रजिस्टर आदिफाड़ दिए, जबकि विश्वविद्यालय प्रशासन स्पष्ट कर चुका है कि कैंपस में छात्र की मृत्यु दुःखद है, किंतु इसका विश्वविद्यालय से कोई सम्बंध नहीं है। ये एक दुर्घटना थी, जो परिसर में घटित हुई। छात्र अपनी पारिवारिक परिस्थितियों के कारण बेहद तनाव में था और उसका खानपान भी प्रभावित रहता था। उसकी मृत्यु के बहाने विश्वविद्यालय में महिलाओं के साथ मारपीट और परिसर में तोड़फोड़ बेहद निंदनीय है।

डॉ. कपूर ने कहा कि परिसर को सकारात्मक और अकादमिक सक्रियता प्रदान करने के प्रयास इस तरह की घटनाओं से धूमिल हो जाते हैं। पुलिस प्रशासन को कैंपस में इस प्रकार के असामाजिक तत्वों द्वारा अराजकता व गुंडागर्दी करने से रोकने के लिए इनको चिन्हित कर इनके विरुद्ध त्वरित रूप से कार्यवाही करनी चाहिए, अन्यथा व्यक्तिगत असुरक्षा के माहौल में पठन-पाठन शिक्षकों के लिए मुश्किल होगा।