प्रयागराज से अपृहित अधिवक्ता कुशियरा जंगल से बरामद
विंध्याचल के कुशियरा जंगल के पास हाथपैर बांधकर फेंक दिए थे अधिवक्ता को
मीरजापुर, 24 जनवरी। प्रयागराज के मांडा से अपहरण किए गए अधिवक्ता मंगलवार सुबह विंध्याचल के विजयपुर स्थिति कुशिहरा जंगल से बरामद किए गए। बदमाशों ने उनका अपहरण करने के बाद हाथ-पैर बांधकर कुशियरा जंगल में लाकर फेंक दिया था। भोर में दौड़ने वाले लड़कों ने उनको जंगल में फेंका देखा तो पुलिस को सूचना दी।
प्रयागराज के मांडा क्षेत्र के अछोला गांव निवासी अधिवक्ता आशुतोष द्विवेदी पुत्र अश्वनी द्विवेदी 19 जनवरी को सत्र न्यायालय प्रयागराज गए थे। शाम को घर लौट रहे थे तो मांडा क्षेत्र के पास कुछ वाहन सवार मिले और उनका अपहरण कर लिए। उन्हें मारा-पीटा और बेहोश होने जाने पर उन्हें मृत समझकर उनका हाथ-पैर बांधकर विंध्याचल के कुशियरा जंगल में ले जाकर फेंक दिया। इसके बाद फरार हो गए। उधर 19 जनवरी की रात तक आशुतोष दूबे घर नहीं पहुंचे तो स्वजन उनके मोबाइल पर फोन करने लगे। काफी देर तक मोबाइल बंद बताने लगा तो इसकी शिकायत करछना थाने में की। पुलिस ने भी उनकी छानबीन की, लेकिन वे नहीं मिले तो उनके गुमशुदगी की तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया। सोमवार देर रात विंध्याचल कोतवाली थाना क्षेत्र के विजयपुर जंगल से सुबह पुलिस को सूचना मिली कि एक अधेड़ को कुशिहरा फाल जंगल में पेड़ से बांधा गया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक का रस्सी खोला ओर उसे विंध्याचल ले आई। नाम पता बताने पर उनके स्वजनों को फोन करके बुलाया। पता चला कि आशुतोष के गुमशुदगी की रिपोर्ट प्रयागराज के करछना थाने में दर्ज कराई गई है। जानकारी होते ही प्रयागराज क्राइम ब्रांच की टीम यहां पहुंची और अधिवक्ता से पूछताछ कर रही है।
अपर पुलिस अधीक्षक नगर श्रीकांत प्रजापति ने बताया कि विंध्याचल के विजयपुर पहाड़ी पर मंगलवार की सुबह एक व्यक्ति मिला है। उसका हाथ-पैर बांधा गया था। उसकी गुमशुदगी की रिपार्ट प्रयागराज के करछना थाने में दर्ज है। वहीं से अपहरण किया गया था। वहां की पुलिस आकर उसे ले गई है।