सूरत से प्रयागराज जा रही ट्रेन पर जलगांव के समीप फेंके पत्थर, खिड़की का कांच टूटा
सूरत से प्रयागराज जा रही ट्रेन पर जलगांव के समीप फेंके पत्थर, खिड़की का कांच टूटा
-ताप्ती गंगा एक्सप्रेस की खिड़की पर पत्थर फेंकने से यात्रियों में भय
सूरत, 12 जनवरी (हि.स.)। सूरत से प्रयागराज महाकुंभ मेला जा रही ताप्ती गंगा ट्रेन पर पत्थर फेंका गया है। पत्थर फेंकने से बी-6 कोच की खिड़की का शीशा टूट गया। घटना महाराष्ट्र के जलगांव के समीप की बताई जा रही है। एक यात्री ने इस संबंध में एक वीडियो बनाकर वायरल किया है। घटना से यात्रियों में भय व्याप्त हो गया और रात्रि में सुरक्षा की मांग की गई है।
जानकारी के अनुसार रविवार को सूरत के उधना रेलवे स्टेशन से महाकुंभ प्रयागराज के लिए ताप्ती गंगा ट्रेन खुली थी। महाकुंभ मेला में मकरसंक्राति को होने वाले पहले शाही स्नान के लिए सूरत के बड़ी संख्या में लोग इस ट्रेन से रवाना हुए हैं। कोच संख्या बी-6 में 5 बच्चे, 6 वृद्ध, 13 महिलाएं और 12 पुरुष सवार थे। यह सभी सूरत से प्रयागराज जा रहे थे। पूरी ट्रेन में करीब आधे यात्री महाकुंभ मेला में शामिल होने जा रहे है। यात्री के वायरल वीडियो के अनुसार सूरत के उधना से ट्रेन के खुलने के बाद महाराष्ट्र के जलगांव स्टेशन से करीब 3 किलोमीटर आगे बढ़ी थी, इसी दौरान बी-6 कोच की खिड़की पर पत्थर आकर लगा। इससे शीशा टूट गया। इससे कोच में बैठे बालकों और महिलाओं में भय फैल गया। दूसरी ओर सेंट्रल रेलवे के सीपीआरओ स्वप्लिन नीला ने बताया कि उधना से खुली ट्रेन पर जलगांव के पास पत्थर फेंका गया है।
इस मामले में आरपीएफ ने तत्काल कार्रवाई की है। चार आरपीएफ जवानों को तत्काल ट्रेन में तैनात कर दिया गया। साथ ही प्राथमिकी भी दर्ज की गई है। हाल रेलवे पुलिस सीसीटीवी चेक कर रही है। ट्रेन रेगुलर होने और कोच की एक ही खिड़की टूटने की वजह से इसमें किसी असामाजिक तत्व के शामिल होने की आशंका है। महाकुंभ जाने वाली ट्रेन को लक्ष्य किया गया, ऐसा नहीं लगता है। एक ही पत्थर फेंका गया है, पथराव नहीं हुआ है। रेलवे पुलिस मामले की जांच कर रही है।