नगर निगम से पहले सिंधी समाज ने शुरू किया शीतकालीन भव्य रैन बसेरा : महापौर

नगर निगम से पहले सिंधी समाज ने शुरू किया शीतकालीन भव्य रैन बसेरा : महापौर

नगर निगम से पहले सिंधी समाज ने शुरू किया शीतकालीन भव्य रैन बसेरा : महापौर

लखनऊ, 24 नवंबर(हि. स.)। संत कंवरराम सेवा मंडल लखनऊ, सिंधी समाज द्वारा संचालित शीतकालीन रैन बसेरा का आलमबाग बस अड्डे के निकट संत कंवरराम चौराहे पर भव्य उद्घाटन हुआ। उद्घाटन के अवसर पर महापौर सुषमा खर्कवाल, साईं मोहनलाल साहिब, साईं हरीश लाल साहिब मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। साईं आनंद लाल साहिब विशेष रूप से उपस्थित रहे।

उद्घाटन के अवसर पर विशिष्ट रूप से उपस्थित रहे सिंधी समाज के संरक्षक नानक चंद्र लखमानी ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि वैसे तो हम सभी रैन बसेरा में ही है, धरती पर आए है और चार दिन जीकर चले जाना है। ऐसे में सेवा के भाव से सिंधी समाज में हम सभी आज एक रैन बसेरा चलाने जा रहे है। शीतकालीन रैन बसेरा पूरे ठंडक तक चलेगा। कार्यक्रम में आए सभी समाज के लोगों का स्वागत करता हूँ।

शीतकालीन रैन बसेरा को प्रतिदिन संचालित करने की जिम्मेदारी संत कंवरराम सेवा मंडल के अमर आठवानी, सत्येंद्र भावनानी, दर्पण लखमानी, मनीष आहुजा, शिवम गोलवानी, वीर चांदनी, तरुण संगवानी, हेमंत चांदनी, प्रीतम बलेचा, विनय मालानी, दीपक लालवानी सहित मंडल के कार्यकर्ताओं ने अपने हाथ में लिया है। कार्यक्रम में महापौर ने रैन बसेरा के संचालन के लिए युवाओं के कंधे पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी। वहीं महिलाओ ने माला पहना कर महापौर सुषमा खर्कवाल का सम्मान किया।

मुख्य अतिथि महापौर सुषमा खर्कवाल ने कहा कि पिछले बार नगर निगम ने बहुत प्रयास किए लेकिन लोग सड़क के डिवाइडर पर रात में सोते हुए मिले। पिछली बार नगर निगम ने 17 रैन बसेरा लगवाया था और सामाजिक संगठनों ने कई जगहों पर रैन बसेरा लगवाए थे। इस बार सामाजिक संगठन ने नगर निगम से पहले आज शुरुआत कर दी है।

उन्होंने कहा कि नगर निगम की ओर से स्वीकृति है, यहां पर नियमित रैन बसेरा की शुरुआत करा दिया जाए। रैन बसेरा के माध्यम सेवा का कार्य सिंधी समाज निरंतर करते रहे। मुझे यहां आकर बेहद खुशी हो रही है। इस अवसर पर पार्षद पीयूष दीवान, पार्षद गिरीश मिश्रा, मंडल महामंत्री सर्वेश मिश्रा, मंडल अध्यक्ष राजन वर्मा, पूर्व अध्यक्ष मंडल सचिन वैश्य सहित कई भाजपा कार्यकर्ता और सिंधी समाज के प्रमुख लोग उपस्थित रहे।