(प्रोफाइल) मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता "नन्दी"
(प्रोफाइल) मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता "नन्दी"
प्रयागराज, 25 मार्च । शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र से विधायक एवं कैबिनेट मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता "नन्दी" का जीवन शुरू से चुनौतियों भरा रहा। इलाहाबाद के बहादुरगंज मुहल्ले में 23 अप्रैल 1974 को जन्मे नन्दी के पिता सुरेश चंद्र डाक विभाग में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी थे। मां विमला देवी घर में सिलाई-बुनाई करती थीं। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के चलते नंदी सिर्फ हाईस्कूल तक ही पढ़ सके। वह बचपन में पटाखा, रंग-गुलाल की दुकान लगाते। मोहल्ले में सबसे पहले उनके घर में टेलीविजन आया तो बच्चों को 50 पैसे में उन्होंने महाभारत भी दिखाई। आर्थिक स्थिति सुधरने पर 1992 में मिठाई की दुकान लगाई। इसके बाद ट्रक लिया और फिर घी और दवाओं की एजेंसी ली। वर्ष 1994 में रिश्तेदार के साथ ईंट-भट्टे का बिजनेस शुरू किया। आर्थिक रूप से सुदृढ़ होने पर नन्दी ग्रुप ऑफ कंपनीज बना ली।
राजनीतिक सफर
वर्ष 2007 में बसपा के साथ मिलकर सियासी पारी खेलने उतरे नन्दी ने शहर दक्षिणी से चुनाव जीता। उन्होंने भाजपा के कद्दावर नेता केशरीनाथ त्रिपाठी और कांग्रेस की रीता बहुगुणा जोशी को हराया। इनाम के रूप में बसपा सुप्रीमो मायावती ने उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया।
12 जुलाई 2010 को जानलेवा हमले के बाद चार महीने नन्दी हॉस्पिटल में भर्ती रहे।
2012 के चुनाव में नंदी सपा प्रत्याशी हाजी परवेज अहमद से 414 मतों से पराजित हुए।
इसके बाद उनकी पत्नी अभिलाषा गुप्ता 2012 में हुए नगर निगम चुनाव में महापौर चुनी गईं।
2014 लोकसभा चुनाव में नन्दी कांग्रेस के टिकट से इलाहाबाद के प्रत्याशी रहे और एक लाख से अधिक मत हासिल किया। इसे देखते हुए कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में उन्हें मंडल प्रचार प्रभारी बनाया। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा में शामिल हुए और सपा विधायक परवेज अहमद टंकी को हराकर एक बार फिर कैबिनेट मंत्री का पद हासिल किया।
2022 में भाजपा ने एक बार फिर इलाहाबाद शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र से मंत्री नन्दी पर विश्वास जताते हुए टिकट दिया। नन्दी ने इस बार चुनाव में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा प्रत्याशी रईस शुक्ला को 26,417 मतों से पराजित करते हुए एक बार फिर शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने। नन्दी को 97,487 मत मिले तो वहीं सपा प्रत्याशी रईस शुक्ला को 71,070 वोट मिले। वर्ष 2007 में शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र से जब वे पहली बार चुनाव लड़े थे तो उन्हें 35 हजार वोट मिले थे। 2012 में दोबारा चुनाव लड़े तो 48 हजार वोट मिले। 2014 में कांग्रेस के टिकट से लोकसभा का चुनाव लड़े थे। इस चुनाव में नन्दी को एक लाख से अधिक वोट मिले थे। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में 93,11 मतों से जीते। शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र में इस समय मतदाताओं की संख्या चार लाख 02 हजार 664 है।
संक्षिप्त परिचय
48 वर्षीय नंद गोपाल गुप्ता "नन्दी" की पत्नी का नाम अभिलाषा गुप्ता (मेयर) है। पिता का नाम सुरेश चंद्र और माता का नाम विमला देवी है। उनके दो बेटे- अभिषेक एवं नमन और एक बेटी- जाह्नवी है।
2007 में इलाहाबा शहर दक्षिण सीट से बसपा से जीते और मायावती सरकार में कैबिनेट मंत्री।
2012 में सपा प्रत्याशी हाजी परवेज से 400 वोटों से पराजित।
2014 में कांग्रेस के टिकट से इलाहाबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़े और भाजपा के श्यामाचरण गुप्त से पराजित हुए।
2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा में शामिल होकर इलाहाबाद दक्षिण सीट से जीते।