रानी रेवती देवी में सावन के प्रथम सोमवार पर हुई शिव भजनों की प्रस्तुति
जहां कर्म नहीं होगा वहां भक्ति शून्य हो जाएगी : डॉ. रघुराज सिंह
प्रयागराज, 10 जुलाई। विद्या भारती से सम्बद्ध काशी प्रांत के रानी रेवती देवी सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज राजापुर में सावन के प्रथम सोमवार का पर्व भगवान शिव के भजनों की प्रस्तुति के साथ धूमधाम से मनाया गया। डॉ. रघुराज सिंह ने सावन की महत्ता को बताते हुए भगवान शिव के विभिन्न स्वरूपों का वर्णन करने के साथ-साथ कर्म की महत्ता के बारे में कहा कि भक्ति का मार्ग कर्म मार्ग से आगे निकलता है। जहां कर्म नहीं होगा वहां भक्ति शून्य हो जाएगी।
प्रधानाचार्य बांके बिहारी पांडे के मार्गदर्शन में आयोजित कार्यक्रम मुख्य अतिथि भारतीय शिक्षा समिति काशी प्रांत के सचिव एवं हंडिया पीजी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. रघुराज सिंह ने कहा कि आप पहले भक्ति करिए, तभी कर्म का परिणाम भी मिलेगा। उन्होंने तीन प्रकार के कर्मों का उदाहरण देते हुए कहा कि पहला सकारात्मक कर्म , दूसरा अकर्म और तीसरा विकर्म है। आपका विकास सकारात्मक कर्म से ही होगा। अगर आपके जीवन में संस्कार नहीं आया तो आपकी सारी शिक्षा निरर्थक है। आप कर्म के बाद भक्ति करेंगे तभी सार्थक परिणाम मिलेगा।
प्रधानाचार्य बांके बिहारी पांडे ने बताया कि सावन माह का प्रत्येक सोमवार शिव भक्तों के लिए सबसे खास माना जाता है। इस दिन शिव भक्त व्रत रखते हैं और विधि पूर्वक पूजा करते हैं। इस दिन सुबह से ही देश भर के सभी शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ लग जाती है। भगवान भोलेनाथ सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाले देवता हैं। धार्मिक मान्यता है कि शिव जी को मात्र एक लोटा जल से भी प्रसन्न किया जा सकता है। सावन के महीने में शिव भक्त तरह-तरह से भगवान शिव को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं।
इस अवसर पर संगीताचार्य मनोज गुप्ता के निर्देशन में विद्यालय की छात्राओं अनुष्का पांडे, आस्था पांडे, यशी तिवारी, कीर्ति सिंह, प्रगति गुप्ता, किंजल मौर्य, प्राची गुप्ता एवं पल्लवी पांडे ने रुद्राष्टकम “नमामीशमीशान निर्वाण रूपम“ एवं “महादेव हर हर शिव शंभू शक्ति स्वरूप स्वयं है“ प्रस्तुत करके सभी को भाव विभोर कर दिया। विद्यालय के समस्त अध्यापक एवं अध्यापिकाएं तथा भारी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। संचालन सत्य प्रकाश पांडे ने किया।