प्रयागराज महाकुंभ : जूना अखाड़े के नागा-संन्यासियों का जत्था काशी पहुंचा, नगर प्रवेश पर भव्य स्वागत
प्रयागराज महाकुंभ : जूना अखाड़े के नागा-संन्यासियों का जत्था काशी पहुंचा, नगर प्रवेश पर भव्य स्वागत

वाराणसी,09 फरवरी (हि.स.)। तीर्थ नगरी प्रयागराज महाकुंभ में संगम तट पर तीन प्रमुख अमृत स्नान (शाही स्नान) में भाग लेने के बाद रविवार दाेपहर बाद विभिन्न अखाड़ों के संतों,धर्माचार्यो के साथ नागा-संन्यासियों का जत्था काशी पहुंचा। संतों के नगर प्रवेश पर काशी के हजारों नागरिकों ने कतारबद्ध होकर हर—हर महादेव के उद्घोष,शंखनाद,पुष्पवर्षा के साथ नागा संतों का स्वागत किया। विशाल रथ, बग्घियों, पालकी और बैंड बाजा के साथ रमता पंच के संत, अखाड़ों के महात्मा भी इसमें शामिल रहे। इस दौरान जिले के आला अफसर भी फोर्स के साथ संतों की सुरक्षा व्यवस्था में लगे रहे।
अफसर गर्मजोशी से हाथ जोड़ कर संतों का स्वागत भी करते रहे। जिलाधिकारी एस राजलिंगम और अपर पुलिस आयुक्त डॉ एस चिनप्पा ने चांदपुर चौराहे पर सुरक्षा की कमान खुद संभाली। संतों के आगमन पर यातायात भी प्रतिबंधित किया गया है। श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के रमतापंच के लगभग दो हजार साधु-संत और नागाओं का जत्था अपरान्ह में शोभायात्रा की शक्ल में चांदपुर पहुंचा तो वहां पहले से मौजूद हजारों नागरिक स्वागत के लिए डटे रहे। संतों का जत्था चांदपुर,मंडुआडीह चौराहा, मंडुआडीह ओवरब्रिज, महमूरगंज, रथयात्रा से कमच्छा होते हुए बैजनत्था स्थित जपेश्वर मठ पहुंचेगा। जहां इनका भंडारा होगा।
इसके बाद 12 फरवरी को जपेश्वर मठ से हनुमान घाट स्थित अखाड़े तक नागा संतों की भव्य शोभायात्रा निकाली जायेगी। आवाहन, अग्नि अखाड़ों के बड़े महंतों के महाकुंभ से शहर में आने के बाद श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में इनका दर्शन-पूजन शुरू होगा। महाशिवरात्रि पर्व पर श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के लिए संतों के अखाड़ों की शोभायात्रा निकलेगी। इसके पहले छोटे—छोटे जत्थों में नागा साधु काशी पहुंच चुके है। नागा संत हनुमान घाट, भूमा घाट, केदारघाट, हरिश्चंद्र घाट, राजा चेतसिंह घाट पर तम्बु लगाकर रह रहे है।