महाकुम्भ में दुर्घटना के बाद सेवा में जुटे संघ के  स्वयंसेवक

महाकुम्भ में दुर्घटना के बाद सेवा में जुटे संघ के  स्वयंसेवक

महाकुम्भ में दुर्घटना के बाद सेवा में जुटे संघ के  स्वयंसेवक

प्रयागराज, 29 जनवरी (हि.स.)। मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर लाखों श्रद्धालु संगम स्नान के लिए प्रयागराज पहुंचे। संगम नोज पर हुई भगदड़ के बाद मेला क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया। इससे मेला क्षेत्र के कई स्थानों पर श्रद्धालुओं की भीड़ को रोकना कठिन हो रहा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने तत्परता दिखाते हुए प्रशासन के साथ मिलकर रेलवे स्टेशन व बस स्टेशन के अलावा कई चौराहों पर भीड़ को नियंत्रित करने में जुट गए।



रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर सहायता शिविर

स्वयंसेवकों ने प्रयागराज के प्रमुख रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर विशेष सहायता शिविर लगाए, जहां यात्रियों को मार्गदर्शन और आवश्यक सहयोग प्रदान किया गया। संघ के कार्यकर्ताओं ने यात्रियों को जानकारी दी कि उन्हें अपने गंतव्य की ओर जाने के लिए कौन-सा साधन और किस दिशा में मिलेगा। इस सहायता के कारण यात्रियों को अपने घर लौटने में काफी सुविधा मिली।

दुर्घटना के बाद शांति बनाए रखने में अहम भूमिका

महाकुम्भ में हुए हादसे के बाद मेला क्षेत्र में कुछ समय के लिए अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। इस संकटपूर्ण समय में संघ के स्वयंसेवकों ने तत्परता से कार्य करते हुए जनमानस को शांत चित्त रहने के लिए प्रेरित किया। स्वयंसेवकों ने स्नान करने आए श्रद्धालुओं को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचने में सहायता की और प्रशासन को भी व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग दिया।

यात्रियों के लिए मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था

संघ के कार्यकर्ताओं ने सड़क किनारे स्थित दुकानदारों से संपर्क कर यात्रियों के लिए अस्थायी शौचालय की व्यवस्था कराई, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसके अतिरिक्त बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन के पास यात्रियों को विश्राम करने की भी व्यवस्था कराई गई। स्वयंसेवकों ने स्थानीय मंदिरों में यात्रियों के लिए रजाई-गद्दे उपलब्ध कराकर उनके आराम की व्यवस्था की, जिससे ठंड के मौसम में उन्हें राहत मिल सके।

खोया पाया केन्द्र का संचालन कर रहे स्वयंसेवक

कुम्भ मेले में लाखों श्रद्धालु देश-विदेश से पहुंच रहे हैं, जिनमें से कई लोग भीड़ में अपने परिजनों से बिछड़ जाते हैं। प्रशासन की मांग पर विशेष रूप से खुसरो बाग स्थित खोया-पाया केंद्र और कुम्भ मेला क्षेत्र में अन्य स्थानों पर संघ के स्वयंसेवक अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। स्वयंसेवकों ने मेले में बिछुड़े सैकड़ों लोगों को उनके परिवार से मिलाने में सहायता मिली। इसके अतिरिक्त स्वयंसेवकों ने नेहरू पार्क बस स्टैंड, प्रयागराज जंक्शन रेलवे स्टेशन, नैनी बस स्टैंड, फाफामऊ बस स्टैंड, तेलियरगंज, झूसी और विभिन्न अन्य बस स्टैंडों व रेलवे स्टेशनों पर अपनी सेवाएं दीं। इसके अलावा मेले में आए श्रद्धालुओं और प्रशासनिक अधिकारियों के लिए चाय, बिस्कुट, पानी, हलुआ, खीर आदि का वितरण किया गया। यह सेवा कार्य निरंतर जारी है, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

भंडारे का हो रहा आयोजन

महाकुंभ मेला क्षेत्र के अरैल क्षेत्र में सेवा भारती के तत्वावधान में प्रतिदिन विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। इस भंडारे में हजारों श्रद्धालुओं को भोजन कराया जाता है। सेवा भारती के कार्यकर्ता पूर्ण समर्पण भाव से इस कार्य को कर रहे हैं और दूर-दराज से आए यात्रियों को निशुल्क भोजन उपलब्ध करवा रहे हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचार प्रमुख सुभाष ने बताया कि संघ केवल वैचारिक संगठन नहीं, बल्कि सेवा, समर्पण और समाजहित के लिए भी सदैव तत्पर रहता है। संघ के स्वयंसेवक श्रद्धालुओं को भोजन, पानी और आवश्यक सहायता प्रदान कर रहे हैं।