प्रयागराज: डाक विभाग ने रविवार को भी पहुंचाई राखी, लोगों के चेहरे पर आई रौनक

भाइयों की कलाई न रहे सूनी, डाक विभाग ने रविवार को भी किया वितरण

प्रयागराज: डाक विभाग ने रविवार को भी पहुंचाई राखी, लोगों के चेहरे पर आई रौनक

प्रयागराज, 22 अगस्त । रक्षाबंधन पर्व पर किसी भाई की कलाई सूनी न रहे, इसके लिए डाक विभाग ने रक्षाबंधन के दिन रविवार को भी राखी डाक के वितरण के लिए विशेष प्रबंध किए। उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में राखी डाक बांटने के लिए रविवार को भी डाकघर खुले और पोस्टमैनों ने लोगों के घर राखी पहुंचाई।


वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि डाक विभाग ने अकेले वाराणसी में दस हजार से ज्यादा लोगों को राखी डाक रविवार को पहुंचाई। बताया कि, ऐसे तमाम लोग जो कोरोना वॉरियर्स के रूप में काम कर रहे हैं और घर से दूर हैं, उनको भेजी गई राखी डाकियों द्वारा पहुंचाई गई। वाराणसी परिक्षेत्र में राखी त्यौहार के दौरान लगभग एक लाख राखी डाक का डाकघरों द्वारा वितरण किया गया।

रविवार को राखी वितरण से प्रसन्न लोगों ने डाक विभाग की इस पहल की सराहना की और शुक्रिया व्यक्त किया। तमाम लोगों ने सोशल मीडिया पर भी डाक विभाग की इस पहल की सराहना की। काशी हिंदू विश्वविद्यालय में हिंदी विभाग के प्रोफेसर एवं चर्चित साहित्यकार, लेखक और स्तम्भकार प्रो. सदानंद शाही को जब रविवार के दिन डाकिया बाबू ने उनकी बहन की राखी दी तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने लिखा कि, “आज सुबह-सुबह हमारे पोस्टमैन शत्रुघ्न नारायण सिंह बहन की राखी लेकर आये और रक्षाबंधन का सगुन पूरा हुआ। नीतिश कुमार ने बताया कि वे भेजी गई राखी अब तक न प्राप्त होने पर मायूस हो चले थे, पर रविवार की सुबह जब पोस्टमैन ने घर आकर लिफाफा दिया तो खुशी का ठिकाना न रहा।



वस्तुतः अवकाश होने के बावजूद रविवार को डाक विभाग द्वारा राखी का घर-घर जाकर वितरण करना और सुनिश्चित करना कि किसी भाई की कलाई सूनी न रह जाए। डाकघरों की अहमियत और उनके अनूठे सेवा भाव को दर्शाता है। चिट्ठियों के माध्यम से खुशियां बिखेरते रहने वाले डाक विभाग ने रिश्तों के इस त्यौहार को भी एक नया आयाम दिया है।