इविवि : सूचना और पुस्तकालय के साथ शोधचक्र के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर
इविवि : सूचना और पुस्तकालय के साथ शोधचक्र के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर
प्रयागराज, 07 फरवरी । इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव की पहल पर सूचना और पुस्तकालय नेटवर्क (इन्फ्लिबनेट) जो कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग का एक अन्तः विश्वविद्यालय केन्द्र है, के साथ शोधचक्र के लिए एक एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया। यह शोध पर्यवेक्षक, शोधकर्ता और विश्वविद्यालय को शोध गतिविधि के प्रबंधन के लिए एकल पोर्टल है, जिसके द्वारा शोधकर्ता अपने शोधकार्य से सम्बन्धित साहित्य को विभिन्न ऑनलाइन पोर्टल से सर्च कर सकता है और अपने शोध कार्य में इसका उपयोग कर सकता है।
उक्त जानकारी मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी डॉ. जया कपूर ने देते हुए बताया कि मंगलवार को शोधचक्र पर शैक्षणिक समुदाय को उनके द्वारा किये जाने वाले अनुसंधान की सम्पूर्ण प्रक्रिया के दौरान मदद करने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के मार्गदर्शन में इन्फ्लिबनेट केन्द्र की एक पहल है। यह अनुसंधान करने के लिए शोधकर्ताओं को नवीनतम उपकरणों एवं अनेक प्रकार की नवीनतम प्रक्रियाओं द्वारा सहायता प्रदान करता है। साथ ही गुणवत्तापूर्ण शोधकार्य के लिए शोधकर्ता को शिक्षित भी करता है। शोधचक्र शोधकर्ताओं, पर्यवक्षकों और विश्वविद्यालय को गुणवत्तापूर्ण शोधकार्य करने के लिए एक अद्वितीय स्थान प्रदान करता है तथा यह एक डिजिटल वर्कस्पेस के रूप में कार्य करता है।
इस सेवा को प्रदान करने के लिए इविवि इन्फ्लिबनेट को अपने शोधकर्ताओं और पर्यवेक्षकों की वैध जानकारी प्रदान करेगी। इसके बाद सिस्टम शोधकर्ताओं, पर्यवेक्षकों और विश्वविद्यालय के लिए लॉगिन क्रेडेंशियल उत्पन्न करेगा। तत्पश्चात शोधकर्ता सिस्टम में लॉगिन कर शोधचक्र की सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के शोधकर्ता और पर्यवेक्षक शोधचक्र के मुख्य स्टैकहोल्डर हैं। शोधचक्र पर्यवेक्षकों एवं शोधकर्ताओं को संवाद के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल प्रदान करता है। शोधकर्ता शोधचक्र के माध्यम से देश भर के सभी क्षेत्रों में होने वाले सेमिनार, कार्यशाला इत्यादि की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि यह केन्द्रीय पुस्तकालय इस परियोजना को लागू करने वाला नोडल केन्द्र है। शोधकर्ता अपने शोध से सम्बन्धित अकादमिक संसाधनों को शोधचक्र में दी गयी सुविधा के तहत एकत्रित, व्यवस्थित और प्रबन्धित कर सकता है। यह शोधकर्ताओं द्वारा प्राप्त छात्रवृत्ति-अध्येयतावृत्ति और शोधकर्ताओं के अन्य प्रशासनिक विवरणों की जानकारी संग्रहीत करता है। यह शोधकर्ताओं को संसाधनों की व्याख्या करने में सुविधा प्रदान करता है।