मकर संक्रांति से विवाह लग्नें हुई शुरू , फिर से सजेंगीं बारातें
सूर्य के मकर राशि पर जाने से एक माह से चला आ रहा खरमास हो गया समाप्त
16 जनवरी। सूर्य की मकर संक्रांति होने के साथ ही पिछले एक माह से चला आ रहा खरमास भी समाप्त हो गया । इसी के साथ विवाह लग्नें भी पुनः शुरू हो गई। अब सड़कों पर सजी हुए बारातें नाचते-गाते जाती हुई बारातें दिखाई देगी। फिर से घुड़चढी और दुल्हन की विदाई होगी।
भारतीय ज्योतिष अनुसंधान संस्थान के निदेशक आचार्य विनोद मिश्रा ने बताया कि वैसे तो विवाह लग्नें हिन्दी पंचांग से कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की देवोत्थानी एकादशी के बाद शुरू हो जाती है, लेकिन जब 14 या 15 दिसम्बर को सूर्यदेव बृहस्पति की राशि धनु में आते है खरमास लग गया और विवाह लग्नें ठप्प पड़ गई थी। पंडित जी ने बताया कि अब जब सूर्यदेव धनु से आगे चलकर शनि की राशि मकर में प्रवेश कर गए है तो खरमास समाप्त हो गया और एक बार पुनः विवाह सहित मांगलिक कार्य प्रारम्भ हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि मार्च तक विवाह लग्नें रहेगी, इसलिए शादी करने के लिए बहुत समय है।
पंडित विनोद मिश्रा ने बताया कि जनवरी में 16, 17, 18, 19, 20, 21, 22, 25, 26, 27, 30 व 31 तारीखों में शुभ लग्नें हैं। वहीं फरवरी माह में 1, 6, 7,8, 9, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 16, 18, 22, 23, 24, 27, 28 तारीखों में विवाह करना शुभ रहेगा। इसके अलावा वहीं मार्च के महीनें मे ं 1, 5, 6 ,7, 8, 9, 10, 11, 12, 13, 14 की तारीखों में भी शुभ विवाह लग्ने है। इनमें विवाह करना शुभ रहेगा।
इसके बाद 15 मार्च को जब सूर्य मीन राशि में जाएंगे, तब एक बार फिर खरमास लग जाएगा, जिससे शादियां एक माह के लिए रूक जाएगी। 15 अप्रैल से लेकर जून माह के आखिरी तक लग्नें मिलेगी, लेकिन 29 जून को हरिशयनी एकादशी पड़ जाएगी और उसके बाद से चार मास के लिए चैमासा शुरू हो जाएगा। तब चार माह मांगलिक कार्य पूर्ण रूप वर्जित हो जाते है। इसलिए जिनको शादी करनी वे अभी कुण्डली विचार के शादी तय कर ले।