महाकुम्भ : माैनी अमावस्या पर अखाड़ों के स्नान का सिलसिला प्रातः 5 बजे से शुरू होगा - श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज

जूना अखाड़ा से जुडे विश्व भर के लाखों संत स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज व श्रीमहंत हरि गिरि महाराज के नेतृत्व व दिशा-निर्देशन में अमृत स्नान करेंगे

महाकुम्भ : माैनी अमावस्या पर अखाड़ों के स्नान का सिलसिला प्रातः 5 बजे से शुरू होगा - श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज

महाकुम्भ नगर, 27 जनवरी । महाकुंभ में मौनी अमावस्या का दूसरा अमृत स्नान 29 जनवरी को होगा। मौनी अमावस्या के दूसरे अमृत स्नान के लिए अखाड़ों के स्नान का समय निर्धारित कर दिया गया।

मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान के अखाड़ों के ये होंगे क्रम

श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने बताया कि मौनी अमावस्या पर सबसे पहले श्रीपंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी व श्रीशंभू पंचायती अटल अखाड़ा स्नान करेगा। दोनों अखाड़े अपने शिविरों से प्रातः 4 बजे प्रस्थान कर संगम घाट पर प्रातः 5 बजे पहुचेंगे। 40 मिनट के स्नान के बाद प्रातः 5.40 पर घाट से प्रस्थान कर अखाड़े प्रात: 6.40 पर अपने शिविरों में पहुंच जाएंगे। दूसरे स्थान पर श्रीतपोनिधि पंचायती श्रीनिरंजनी अखाड़ा एवं श्रीपंचायती अखाड़ा आनंद अमृत स्नान करेगा। इसका शिविर से प्रस्थान का समय सुबह 4.50 बजे, घाट पर आगमन का समय 5.50 बजे होगा। स्नान का समय 40 मिनट रहेगा। तीन संन्यासी अखाड़े श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा एवं श्रीपंच दशनाम आवाहन अखाड़ा तथा श्रीपंचाग्नि अखाड़ा का शिविर से प्रस्थान का समय 5.45 घाट पर आगमन का समय 6.45 रहेगा। स्नान का समय 40 मिनट तय किया गया है। तीन बैरागी अखाड़ों में सबसे पहले अखिल भारतीय श्रीपंच निर्वाणी अनी अखाड़ा 8.25 पर शिविर से चलेगा, 9.25 पर घाट पर पहुंचेगा और 30 मिनट स्नान के बाद 9.55 पर घाट से शिविर के लिए रवाना हो जाएगा। अखिल भारतीय श्रीपंच दिगंबर अनी अखाड़ा 9.05 पर शिविर से निकलकर 10.05 पर घाट पहुंचेगा। अखाड़े को स्नान के लिए 50 मिनट का समय दिया गया है। अखिल भारतीय श्रीपंच निर्मोही अनी अखाड़ा 10.05 पर शिविर से चलेगा, 11.05पर घाट पहुंचेगा। 30 मिनट स्नान के बाद 11.35 पर प्रस्थान कर 12.35 पर पर शिविर में आ जाएगा। श्रीपंचायती नया उदासीन अखाड़ा 11 बजे पर शिविर से रवाना होकर 12 बजे घाट पहुंचेगा और 55 मिनट स्नान करने के बाद 12.55 पर घाट से रवाना होकर 1.55 बजे शिविर पहुंच जाएगा। श्रीपंचायती अखाड़ा बडा उदासीन निर्वाण 12.05 बजे शिविर से चलकर 1.05 पर घाट पहुंचेगा। एक घंटा स्नान के बाद 2.05 पर घाट से रवाना होकर 3.05 पर शिविर आ जाएगा। सबसे अंत में श्रीपंचायती निर्मल अखाड़ा स्नान करेगा। यह अखाड़ा दोपहर 1.25 पर शिविर से चलेगा और 2.25 पर घाट पहुंचेगा। ठीक 40 मिनट स्नान करने के बाद 3.05 पर घाट से रवाना होकर 4.05 पर शिविर आ जाएगा।

श्री दूधेश्वर मंदिर के पीठाधीश्वर व जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने बताया कि महाकुंभ में सबसे बडा अमृत स्नान मौनी अमावस्या का होता है। प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या का दूसरा अमृत स्नान 29 जनवरी को होगा और इस दिन विश्व भर में 10 करोड़ श्रद्धालुओं के संगम में डूबकी लगाएंगे। इतने अधिक श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए शासन व प्रयागराज महाकुंभ मेला प्रशासन ने अखाड़ों के स्नान का कार्यक्रम जारी कर दिया है। जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज व अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज के पावन सानिध्य व दिशा-निर्देशन में जूना अखाड़ा से जुडे विश्व भर के लाखों संत संगम पर स्नान-दर्शन-पूजन करेंगे। स्नान का कार्यक्रम सभी अखाड़ों के साथ हुई बैठक में निर्धारित किया गया। श्रीमहंत हरि गिरि महाराज के दिशा-निर्देशन में इस प्रकार का कार्यक्रम बनाया गया ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु स्नान कर सकें और किसी को कोई परेशानी ना हो।

श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने कहा कि संतों को मौनी अमाव्सया पर स्नान करना ही नहीं है, बल्कि श्रद्धालुओं को भी स्नान करवाना है। अतः इस बात का ध्यान रखा जाए कि सभी श्रद्धालु स्नान कर सकें और इस दौरान उन्हें कोई परेशानी ना हो।