लखनऊ के बीएसए विजय प्रताप सिंह और प्रयागराज के डीआईओएस निलम्बित
लखनऊ के बीएसए विजय प्रताप सिंह और प्रयागराज के डीआईओएस निलम्बित
लखनऊ, 14 जुलाई । लखनऊ के सेंटेनियल हायर सेकेंडरी स्कूल के भवन में फर्जी तरीके से मान्यता देने के मामले में लखनऊ के वर्तमान बीएसए विजय प्रताप सिंह के अलावा लखनऊ में ही तैनात रहे तत्कालीन बीएसए पीएन सिंह को भी निलंबित किया गया है। पीएन सिंह वर्तमान में प्रयागराज में डीआईओएस के पद पर तैनात हैं।
विभाग के प्रमुख सचिव ने बेसिक शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप सिंह के निलंबन का आदेश दिया है। साथ ही जांच अधिकारी की नियुक्ति कर दी है।
वहीं दूसरी तरफ तत्कालीन मंडलीय बेसिक शिक्षा निदेशक पीएन सिंह को भी सस्पेंड किया गया है।
शासन ने सेंटिनियल हायर सेकंडरी स्कूल के प्रबंध तंत्र को भी भंग कर दिया गया है। जेडी ने नियंत्रक की तैनाती कर दी है। राजकीय हुसैनाबाद इंटर कालेज के प्रधानाचार्य पदेन नियंत्रक होंगे।
लखनऊ के कैसरबाग इलाके में सेंटिनियल हायर सेकेंडरी स्कूल की जमीन पर माफिया ने कब्जा कर लिया। गर्मी की छुट्टी के बाद पहली जुलाई को जब स्टूडेंट्स स्कूल पहुंचे तो टीचर्स समेत उन्हें एंट्री नहीं दी गई। सेंटिनियल हायर सेकेंडरी स्कूल के परिसर में कब्जा करके मेथोडिस्ट चर्च नाम का दूसरा स्कूल खोल दिया दिया। पहले मामले में लीपापोती करते हुए छह जुलाई तक स्कूल की छुट्टियां बढ़ाने का आदेश जारी किया गया।
जब उसके बाद भी बच्चों और अध्यापकों को परिसर में प्रवेश नहीं मिला तो स्कूल गेट के बाहर ही टीचर्स ने बच्चों की क्लास लगाई। इस बीच माध्यमिक शिक्षक संघ भी धरना और प्रदर्शन शुरू कर दिया। मामले को बढ़ता देख जिला प्रशासन हरकत में आया। अगले दिन खुद डीएम सूर्यपाल गंगवार मौके पर पहुंचे।
उनके जाने के बाद ही क्लासरूम में स्टूडेंट्स की क्लास लगाई गई। इस बीच मामले में शिक्षा विभाग के स्टॉफ की मिलीभगत के भी साफ प्रमाण मिले हैं।
डीएम ने तत्काल मौके पर 12 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के साथ ही गैंगेस्टर की कार्रवाई के भी निर्देश दिए। इस बीच शासन को भी पूरा मामलें की रिपोर्ट सौंपी। शासन ने गुरुवार को उस रिपोर्ट और शुरुआती जांच के आधार पर निजी स्कूल को मान्यता देने के मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी को दोषी पाया। फिर उनके खिलाफ एक्शन लेते हुए प्रमुख सचिव ने निलंबन का आदेश जारी कर दिया।