बिहार के लाल ने जेल में रहकर किया कमाल, जैम परीक्षा में पूरे देश में पाई 54वीं रैंक
बिहार के लाल ने जेल में रहकर किया कमाल, जैम परीक्षा में पूरे देश में पाई 54वीं रैंक
पटना/नवादा, 24 मार्च । बिहार में नवादा मंडल कारा में बंद सूरज कुमार ने आईआईटी की संयुक्त एडमिशन टेस्ट फॉर मास्टर्स की परीक्षा में बड़ी सफलता हासिल की है। सूरज ने जैम की परीक्षा में पूरे भारत में 54वां रैंक हासिल किया है। सूरज अब आईआईटी रुड़की में दाखिला लेकर मास्टर डिग्री का कोर्स करेगा। यह एक एंट्रेंस एग्जाम होता है, जिसके माध्यम से दो वर्षीय एमएससी प्रोग्राम कोर्स में दाखिला मिलता है।
सूरज की सफलता के पीछे तत्कालीन मंडल कारा अधीक्षक अभिषेक कुमार पांडेय की अहम भूमिका रही। कारा अधीक्षक ने जेल के भीतर ही परीक्षा की तैयारी के लिए सूरज को किताबें और नोट्स समेत अन्य मैटेरियल उपलब्ध करा दिये थे। जिसके बाद सूरज ने जेल के भीतर तैयारी कर कीर्तिमान स्थापित कर दिया। सूरज ने 13 फरवरी को पेरोल लेकर जेल से बाहर जाकर परीक्षा दी थी। जिले में वारिसलीगंज के मोसमा गांव के अर्जुन यादव का बेटा सूरज कुमार उर्फ कौशलेंद्र कुमार इससे पहले आईआईटी जेईई की परीक्षा के लिए कोटा में रहकर एक साल तक तैयारी की थी।
दरअसल, सूरज पर 19 अप्रैल 2021 को मौसमा गांव में 45 वर्षीय संजय यादव की बुरी तरह पिटाई में मौत होने का आरोप लगा है। इस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सूरज को 19 अप्रैल 2021 को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
उनके पिता अर्जुन यादव ने बताया कि सूरज उच्च शिक्षा पाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा था। जेल में रहते हुए सूरज ने ऑल इंडिया में 54वीं रैंक पाकर पूरे जिले के लिए गौरव बढ़ाया है। वारसलीगंज प्रखंड के रहने वाले पिता अर्जुन यादव के बेटे सूरज कुमार की सफलता पर लोगों ने हर्ष जताया है।अर्जुन यादव ने बताया कि सूरज का सपना वैज्ञानिक बनने का है।