बाबा विश्वनाथ के गौना का उत्साह, शुक्रवार को गौरा को लगेगी हल्दी

बाबा विश्वनाथ के गौना का उत्साह, शुक्रवार को गौरा को लगेगी हल्दी

बाबा विश्वनाथ के गौना का उत्साह, शुक्रवार को गौरा को लगेगी हल्दी

वाराणसी, 06 मार्च (हि.स.)। काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ की नगरी अपने आराध्य के गौने को लेकर बेहद उत्साहित है। रंग भरी एकादशी (10 मार्च) पर काशी पुराधिपति गौरा का गौना लेने अपने ससुराल (प्रतीक रूप से) आयेंगे। टेढ़ी नीम स्थित श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत के आवास पर बाबा के गौने की पूरी तैयारी हो चुकी है। गुरुवार शाम महंत परिवार के पंडित वाचस्पति तिवारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गौना के रस्म की शुरूआत गौरा के रजत विग्रह को निलांचल से आयी हल्दी से होगा। महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर काशी विश्वनाथ मंदिर में शिव-पार्वती विवाह उत्सव का आगाज़ किया जा चुका है।

महंत आवास में संध्याबेला के समय गौरा के विग्रह के समक्ष हल्दी और तेल का लेपन किया जाएगा। इस दौरान मंगल गीतों की मधुर ध्वनि के बीच बाबा विश्वनाथ को भी हल्दी अर्पित की जाएगी। बसंत पंचमी पर बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ की प्रतिमा के समक्ष तिलकोत्सव की परंपरा का निर्वाह किया गया था, जिसके बाद अब गौरा की हल्दी की रस्म संपन्न होगी।

वाचस्पति तिवारी ने बताया कि इस बार का आयोजन विशेष महत्व रखता है, क्योंकि विश्वनाथ मंदिर के दिवंगत महंत डॉ. कुलपति तिवारी के निधन के बाद यह पहला अवसर है जब उनकी पत्नी मोहिनी देवी के सानिध्य में वंश परंपरा को निभाते हुए उनके पुत्र खुद पं. वाचस्पति तिवारी इस रस्म को संपन्न कराएंगे।

उन्हाेंने बताया कि शुक्रवार को ब्रह्म मुहूर्त में 11 वैदिक ब्राह्मणों द्वारा गौरा की चल प्रतिमा का विशेष पूजन किया जाएगा। इसके बाद दोपहर में भोग आरती और विशेष श्रृंगार का आयोजन होगा। इस प्रकार महंत आवास पर होने वाला यह आयोजन काशी की समृद्ध परंपराओं और धार्मिक उत्सवों की जीवंत मिसाल पेश करेगा।

शिवांजलि संस्था के संयोजक संजीव रत्न मिश्र ने बताया कि इस अवसर पर स्थानीय कलाकारों द्वारा भजनों की प्रस्तुति होगी।

मांगलिक गीतों से गूंजेगा महंत आवास

हल्दी की रस्म के दौरान ढोलक और मंजीरे की थाप के बीच पारंपरिक गौरा गीत गाए जाएंगे। इन गीतों में शिव-पार्वती के मंगल दांपत्य की कामना और दूल्हे (शिव) की खूबियों का बखान किया जाएगा। साथ ही, गीतों के माध्यम से भूतभावन महादेव को दुल्हन (गौरा) का ख्याल रखने की भी विनती की जाएगी।