ऊर्जा मंत्री की बिजली कर्मियों को चेतावनी, शाम छह बजे तक हड़ताल वापस नहीं तो होंगे बर्खास्त

मुख्यमंत्री ने आपात बैठक बुलाकर जताई नाराजगी, सख्त कार्रवाई के दिए निर्देश

ऊर्जा मंत्री की बिजली कर्मियों को चेतावनी, शाम छह बजे तक हड़ताल वापस नहीं तो होंगे बर्खास्त

लखनऊ, 18 मार्च  उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल के चलते आम लोगों को हो रही दिक्कतों को लेकर मुख्यमंत्री नाराज हो गये हैं। शनिवार को उन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ आपात बैठक कर विद्युत आपूर्ति बाधित करने वाले कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिये।




बैठक में मौजूद रहे प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के क्रम में हड़ताल कर रहे बिजली कर्मचारियों को चंतावनी दी है कि यदि आज शाम छह बजे तक हड़ताल समाप्त करके वे काम पर वापस नहीं लौटे तो उन्हें बर्खास्त कर दिया जाएगा।



शासन से जुड़े सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी ने बैठक के दौरान अधिकारियों से बिजली कर्मियों की हड़ताल के बाद आम लोगों को हो रही दिक्कतों के बारे में सवाल किया। इस पर अधिकारियों ने जब बताया कि कुछ कर्मचारी व्यवधान उत्पन्न कर रहे हैं, तो मुख्यमंत्री नाराज हो गये। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि ऐसे कर्मियों को चिह्नित करके उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये। उन्होंने कहा कि जनता को किसी भी हालत में असुविधा नहीं होनी चाहिए।



मुख्यमंत्री की बैठक के बाद ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि हड़ताल कर रहे कर्मियों को चेतावनी दी जा रही है कि यदि आज शाम छह बजे तक वे काम पर नहीं लौटे तो बर्खास्त कर दिया जाएगा। हलांकि ऊर्जा मंत्री ने विद्युत कर्मचारियों की हड़ताल को असफल बताते हुए यह भी कहा कि सरकार वार्ता के लिए अभी भी तैयार है।



उन्होंने कहा कि योगी सरकार विद्युत कर्मियों की हर सुविधा का ध्यान रखती है। घाटे के बावजूद सरकार ने उन्हें बोनस दिया, लेकिन यदि कोई कानून अपने हाथ में लेता है और बिजली आपूर्ति बाधित होती है तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कर्मचारियों से काम पर लौटने की अपील भी की है।



मंत्री ने बताया कि अब तक 1332 संविदाकर्मियों की सेवा समाप्त की गई है। शाम तक अन्य लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। इसके अलावा करीब दो दर्जन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। एजेंसियों को नोटिस भी जारी की गई है। जहां बर्खास्तगी की कार्रवाई हो रही है, वहां दूसरी एजेंसी और इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों की सेवाएं ली जा रही हैं।



गौरतलब है कि अपनी मांगों को लेकर विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति से जुड़े बिजली कर्मचारी गुरुवार रात 10 बजे से 72 घंटे की हड़ताल पर चले गए हैं। इस हड़ताल के चलते प्रदेश के कई जिलों में बिजली आपूर्ति पर असर पड़ा है। हालांकि सरकार का दावा है कि स्थिति नियंत्रण में है। सोनभद्र से मिली जानकारी के अनुसार बिजली कर्मियों की हड़ताल का असर अनपरा और ओबरा स्थित विद्युत उत्पादन इकाइयों पर भी पड़ा है।