प्रमोद तिवारी के राज्यसभा सांसद निर्वाचित होने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मनाया जश्न

प्रमोद तिवारी के राज्यसभा सांसद निर्वाचित होने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मनाया जश्न

प्रमोद तिवारी के राज्यसभा सांसद निर्वाचित होने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मनाया जश्न

प्रतापगढ़, 11 जून। राज्यसभा का चुनाव परिणाम देश के संसदीय अध्याय में प्रमोद तिवारी के नाम पर एक नया कीर्तिमान बेल्हा को चमक दे गया। कांग्रेस के नेता और सीडब्ल्यूसी मेंबर प्रमोद तिवारी की बड़ी सियासी पारी में सदैव अजेय प्रमोद तिवारी का सुनहला नाम दर्ज हो उठा तो प्रतापगढ़ खासकर रामपुर खास खुशी से इतरा उठा। रामपुर खास से नौ बार लगातार कांग्रेस से विधायक निर्वाचित होने को लेकर प्रमोद तिवारी वर्ल्ड आफ द गिनीज बुक में चमक रहे सियासी चेहरे की खूबी रखते हैं।

2014 में पहली बार उप्र जैसे बड़े राज्य से राज्यसभा में निर्विरोध निर्वाचन का भी प्रमोद तिवारी के नाम सेहरा है। हालिया राज्यसभा चुनाव में पार्टी की केन्द्रीय वर्किग कमेटी का मेंबर होने के नाते शीर्ष नेतृत्व ने प्रमोद तिवारी को बड़े राज्य राजस्थान से राज्यसभा में ले आने का फैसला लिया। सियासत के चाणक्य कहे जाने वाले प्रमोद तिवारी ने राजस्थान में जीत का जो गुल खिलाया उससे कांग्रेसी मगन हैं। साथ में भाजपा एक बार फिर चुनावी समीकरण को देखकर चकित होने को विवश देखे जा रहे हैं। वहीं नौ बार विधायक के साथ कांग्रेस से ही दूसरी बार राज्यसभा पहुंचने वाले प्रमोद तिवारी संसदीय सियासत में ग्यारह बार जीत दर्ज करने वाले कांग्रेस के बिरले नेता भी साबित हो उठे हैं। यह भी सियासी संयोग का अंकगणित भी गजब का है कि ग्यारहवीं बार सियासी पारी में जीत दर्ज करने वाले प्रमोद तिवारी की इस बार भी राज्यसभा के चुनाव में निकटतम प्रतिद्वंदी सुभाष चंद्रा से भी जीत का अन्तराल ग्यारह मतों का आया है। हालांकि प्रमोद तिवारी राजस्थान के पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के स्टार प्रचारक नेताओं मे शुमार थे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जहां प्रमोद तिवारी को पार्टी में वरिष्ठता का शुरू से मान देते रहे वहीं दिवंगत कांग्रेस के राजस्थानी छत्रप राजेश पायलट प्रमोद तिवारी के पारिवारिक रिश्ते चुनाव में पहले ही चक्र में प्रमोद तिवारी की जीत का मुफीद परिणाम सार्थक कर गया।



कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बेहद करीबी माने जाने वाले प्रमोद तिवारी को राज्यसभा के इस चुनाव में तगड़ी घेराबंदी के लिए भाजपा की बिछायी गयी बिसात औधें मुंह गिर गयी है। भाजपा को हाल ही में उप्र विधानसभा के चुनाव में प्रमोद तिवारी की परम्परागत सीट रामपुर खास में भी कांग्रेस के विपरीत नजर आये हालात के बीच में मुंह की खानी पड़ी है। प्रमोद तिवारी की बेटी आराधना मिश्रा मोना यहां हैट्रिक जीत लगाने में सफल हुई है। पांच बार यूपी कांग्रेस विधानमण्डल दल के नेता का भी खिताब रखने वाले प्रमोद तिवारी पर यूपी में पार्टी संगठन को आगामी लोकसभा चुनाव में मजबूती से तैयार करने के साथ राजस्थान में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में सफल चेहरे के रूप में कांग्रेस आलाकमान को उसका फैसला मुफीद हो सकेगा।

प्रमोद तिवारी के सांसद निर्वाचित होने पर दूसरे दिन भी जश्न में मगन दिखा रामपुर खास



कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी के राज्यसभा सदस्य पद पर निर्वाचन को लेकर दूसरे दिन शनिवार को व्यापारियों तथा अधिवक्ताओं व जगह जगह कार्यकर्ताओं व समर्थकों को खुशियों में मगन देखा गया। लालगंज तहसील गेट पर वकीलों तथा व्यापारियों एवं कार्यकर्ताओं ने एकत्रित होकर प्रमोद तिवारी के सांसद निर्वाचित होने पर खुशी जताई। संयुक्त अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अनिल त्रिपाठी महेश व चेयरपर्सन प्रतिनिधि संतोष द्विवेदी की अगुवाई में यहां एक दूसरे का मुंह मीठा कराते इसे क्षेत्र के लिए शानदार उपलब्धि करार दिया गया। इस मौके पर पूर्व अध्यक्ष देवी प्रसाद मिश्र, ज्ञानप्रकाश शुक्ल, विकास मिश्र, कालिका प्रसाद पाण्डेय, मिथलेश त्रिपाठी, संजय सिंह, भगवती प्रसाद तिवारी, केडी मिश्र, आशीष उपाध्याय, पप्पू तिवारी, मुन्ना शुक्ला, सोनू शुक्ला, श्रीकांत मिश्र, मुरलीधर तिवारी, लवकेश मिश्र, शैलेन्द्र मिश्र, सिंटू मिश्र, शास्त्री सौरभ त्रिपाठी आदि रहे