पावन प​वित्र होकर माँ भारती को धन्य करें, स्वयं को भी धन्य बनाएं : ऋतम्भरा 

पावन प​वित्र होकर माँ भारती को धन्य करें, स्वयं को भी धन्य बनाएं : ऋतम्भरा 

पावन प​वित्र होकर माँ भारती को धन्य करें, स्वयं को भी धन्य बनाएं : ऋतम्भरा 

महाकुंभ नगर, 13 जनवरी (हि.स.)। पौष पूर्णिमा के शुभ अवसर पर सोमवार को वात्सल्य ग्राम की साध्वियों के संग साध्वी ऋतम्भरा महाकुंभ में संगम तट पर स्नान करने के लिए पैदल पहुंचीं। सेक्टर-8 से वह संगम के लिए निकलीं। भीड़ अधिक होने के कारण उनकी गाड़ी रोक दी गयी तो वह पैदल ही चल पड़ीं।

रास्ते में पैदल चलते श्रद्धालु उनके चरण स्पर्श करने को आतुर दिखे।

संगम स्नान करने के बाद साध्वी ऋतम्भरा ने सबको शुभकामनाएं देते हुए कहा कि महाकुंभ आइए, पतित पावनी मां भगवती गंगा जी का दर्शन करिए। सनातन की श्रद्धा का प्रवाह देखिए। संतजन स्नान कर रहे हैं। प्रयागराज में सबका ह दय मन भाव सब पवित्र हो जाय। हम पावन प​वित्र होकर माँ भारती को धन्य करें। स्वयं को भी धन्य बनाएंं। संगम तट का बहुत सुन्दर व बहुत अदभुत दृश्य है। भगवती गंगा की शीतल हवाएं रोम-रोम को शीतल कर रही हैं।

महाकुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर-8 में अनन्त माधव माार्ग पर परम शक्ति पीठ का शिविर लगा है। यहां पर साध्वी ऋतम्भरा की 15 जनवरी से श्रीमद्भागवत कथा होगी। इसके बाद 22 से 28 जनवरी तक श्रीराम कथा होगी।